प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 मार्च को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ शिखर वार्ता से पूर्व वहां से आए 29 पुरावशेषों का निरीक्षण किया।
पुरावशेषों को ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत वापस लाया गया
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार इन पुरावशेषों को ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत वापस लाया गया है। विषयों के अनुसार पुरावशेष 6 व्यापक श्रेणियों में हैं – शिव और उनके शिष्य, पूजा शक्ति, भगवान विष्णु और उनके रूप, जैन परंपरा, चित्र और सजावटी वस्तुएं।
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29 पुरावशेषों को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को वापस
भगवान शिव, भगवान विष्णु और जैन परंपरा आदि से संबद्ध 29 पुरावशेषों को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को वापस लौटा दिया है, जिनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निरीक्षण किया। ये पुरावशेष अलग-अलग समय अवधि के हैं, जिसमें से कुछ तो 9-10 शताब्दी ईस्वी पूर्व के हैं। सुत्रों के अनुसार एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 29 पुरावशेषों को भारत को वापस किया है। ये पुरावशेष छह श्रेणियों, शिव और उनके शिष्यों, ‘शक्ति की पूजा’, भगवान विष्णु और उनके रूप, जैन परंपरा चित्र और सजावटी वस्तुओं से नाता रखते हैं।
इन प्रदेशों का करते हैं प्रतिनिधित्व
ये 29 पुरावशेष मुख्य रूप से विभिन्न सामग्रियों- बलुआ पत्थर, संगमरमर, कांस्य, पीतल, कागज से बनी मूर्तियां और पेंटिंग हैं। यह मोटे तौर पर राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करती हैं।