Jammu and Kashmir: वार्षिक अमरनाथ यात्रा(Annual Amarnath Yatra,) की तैयारियों की समीक्षा(Preparations reviewed) के लिए 20 मई को हुई बैठक में पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam terror attack) के नतीजों और जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन सिंदूर(Operation Sindoor) के बाद पैदा हुई स्थिति पर भी ध्यान केंद्रित(Operation Sindoor) किया गया।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में आज श्रीनगर में एकीकृत कमान की बैठक हुई। सुरक्षा व्यवस्था और केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा स्थिति की समीक्षा बैठक में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए मुख्य सचिव, सेना, पुलिस और अन्य उच्च अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा स्थिति और आगामी वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई, जो इस साल 3 जुलाई से शुरू होने वाली है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पैदा हुई स्थिति पर ध्यान केंद्रित
बैठक में पहलगाम आतंकी हमले के नतीजों और जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पैदा हुई स्थिति पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। उपराज्यपाल ने सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से खत्म करने पर जोर दिया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड और माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड का सोमवार को पुनर्गठन करके विभिन्न क्षेत्रों से नौ प्रतिष्ठित व्यक्तियों को तीन साल के लिए सदस्य के रूप में नामित किया है।