ताजमहल में जगद्गगुरु परमहंसाचार्य को प्रवेश न दिए जाने के मामले ने सियासी रूप ले लिया है। आज 26 अप्रैल को भगवा वस्त्र और ब्रह्मदण्ड के साथ प्रवेश मिलने पर एक हिंदूवादी नेता ने जगद्गगुरु परमहंसाचार्य को प्रवेश न दिये जाने के मामले में सवाल उठाये हैं। साथ ही हिंदूवादी संगठनों की ओर से इस मामले के विरोध में एएसआई के खिलाफ तहरीर भी दी गयी है।
भगवा वस्त्र पहने होने के कारण ताजमहल में प्रवेश पर रोक
25 अप्रैल को अयोध्या की तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंसाचार्य और उनके दो शिष्यों को सीआईएसएफ जवान द्वारा ब्रह्दण्ड के साथ ताजमहल में प्रवेश न दिए जाने का मामला अब और घमासान हो चला है। 26 अप्रैल को हिंदूवादी नेता गोविंद पाराशर को भगवा वस्त्रों और ब्रह्मदण्ड के साथ प्रवेश मिलने के पश्चात यह मामला बहुत गंभीर होता जा रहा है। इस मामले में जगद्गुरु परमहंसाचार्य के अनुसार उन्हें भगवा वस्त्र पहने होने के कारण ताजमहल में प्रवेश न दिए जाने और उनके टिकटों को वापस लिए जाने का आरोप लगाया है । वहीं दूसरी ओर इस मामले में अफसरों द्वारा दी गयी सफाई के अनुसार जगद्गुरु को लोहे का ब्रह्मदंड अंदर ले जाने से मना किया गया था।
शिष्यों ने तेज किया विरोध
इस मामले में कुछ हिंदूवादी संगठनों ने आज जगद्गुरु परमहंसाचार्य और उनके दो शिष्यों को ताजमहल में प्रवेश न दिए जाने के मामले में अपना विरोध तेज कर दिया। हिंदूवादी एएसआई कार्यालय के बाहर पुतला लेकर विरोध करने पहुंचे थे जिसके बाद एएसआई कार्यालय पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस सब के पश्चात अब हिंदूवादी संगठनों ने एएसआई के खिलाफ तहरीर भी दे दी है।