पुणे के पिंपरी चिंचवड में बड़ी साजिश नाकाम हुई है। पुलिस ने यहां से बड़ी संख्या में तलवार और अन्य धारदार हथियार बरामद किये हैं। यह सब पिटारे में बंद करके कूरियर के माध्यम से आ रहा था। पिंपरी चिंचवड के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई से बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। वैसे कूरियर से हथियार और विस्फोटक भेजने का कार्य अब तक कश्मीर जैसे आतंक ग्रस्त स्थानों पर होता रहा है।
राज्य की 10 महानगर पालिकाओं में चुनाव होने हैं। इसमें पिपंरी चिंचवड और औरंगाबाद मनपा भी हैं। पुलिस को आशंका है कि, पंजाब से तलवार, कुकरी और खंजिर इसीलिए मंगाए गए थे। इसके साथ ही पुलिस ने पुणे और औरंगाबाद में कार्रवाई की है। जिसमें तलवार बरामद की गई है। पुलिस ने औरंगाबाद से 5 और पुणे से 15 तलवारें बरामद की हैं।
ऐसी थी मोडस ऑपरेंडी
यह तलवारें पंजाब से लाई जा रही थीं। जिन्हें सुरक्षित औरंगाबाद और अहमदनगर तक पहुंचाने के लिए कूरियर कंपनियों का उपयोग किया जा रहा था। पुलिस के अनुसार उसके निशाने पर लंबे समय से संशयास्पद लोग और गतिविधियां थी। उसकी सज्जता के कारण गुप्त सूचना मिली और पिपंरी चिंचवड के दिघी परिसर में स्थित कूरियर कंपनी में पुलिस ने छापा मारा। जिसमें 92 तलवार, 2 कुकरी और 9 खंजिर बरामद हुए हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार इन हथियारों को औरंगाबाद भेजा जा रहा था। लेकिन उसके पहले ही पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश और उनके दल ने षड्यंत्र का भंडाफोड़ कर दिया।
पंजाब से महाराष्ट्र में हथियार.. साजिश, आतंकी या आपराधिक?
जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन हथियार और विस्फोटकों के सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन के लिए कूरियर कंपनियों का उपयोग करते रहे हैं। इसमें कई सामान तो ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से भी पूर्व में मंगाए गए हैं। इसी तरीके का उपयोग अब महाराष्ट्र में होता दिख रहा है। पंजाब से धारदार हथियारों की खेप कूरियर के द्वारा पिंपरी चिंचवड भेजी गई थी, जिसे यहां से औरंगाबाद भेजा जाना था। इससे अब प्रश्न उठने लगा है कि इन गतिविधियों का मंसूबा क्या है? क्या किसी आतंकी षड्यंत्र का हिस्सा है ये सब या स्थानीय निकाय चुनाव रक्त रंजित करने के लिए अपराधियों की तैयारी?