पुलिस ने पीएफआई पर देशव्यापी प्रतिबंध के बाद उज्जैन शहर में स्थित दफ्तर को सील कर दिया है। इसके पूर्व दफ्तर की जांच की गई। जांच में कई दस्तावेज पुलिस ने बरामद किए हैं। उक्त दफ्तर एक फ्लेट में चल रहा था, जिसे तीन साल पहले किराए पर लिया गया था।
पिछले दिनों एनआईए और ईडी की टीम में उज्जैन जिले के उज्जैन एवं महिदपुर से पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनमें उज्जैन के विराट नगर का रहनेवाला जमील शेख,नगारची बाखल से इसहाक खान, नयापुरा से जुबेर एहमद और अवंतिपुरा से आकिब खान शामिल था। वहीं, महिदपुर से आजम नागौरी को भी गिरफ्तार किया था। इस बीच खुफिया विभाग सतत रूप से इस संगठन से जुड़े लोगों की जानकारी एकत्रित करके नजर रखे हुए था। पुलिस वसीम नामक युवक की तलाश भी कर रही थी। इधर, भारत सरकार द्वारा पीएफआई पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाए जाने के बाद बुधवार को उज्जैन पुलिस ने शहर में स्थित पीएफआई का दफ्तर सील कर दिया। यह दफ्तर महाकाल थाना क्षेत्र स्थित तोपखाना में शफी सेठ रेसीडेंसी नामक मल्टी के एक फ्लेट में संचालित हो रहा था। इस दौरान भारी पुलिस बल मौके पर तैनात था।
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6 माह से यहां नहीं आया था वसीम
महाकाल थाना पुलिस के अनुसार जब पीएफआई का दफ्तर सील किया गया तो फ्लैट नम्बर 205 की मालकिन तस्लीम बानो ने पुलिस को बताया कि इसमें रहने वाले युवक वसीम को अनुबंध के आधार पर फ्लैट किराए पर दिया था। युवक खुद को यूनानी डॉक्टर बताकर दवाखाना चला रहा था और लोगों का इलाज करता था। वह 6 माह पहले फ्लैट से जा चुका था। पुलिस ने पीएफआई के आईडी कार्ड सहित विभिन्न प्रचार सामग्री भी मौके से जब्त की। उक्त फ्लेट पर बुधवार सुबह जब पुलिस पहुंची तो ताला लगा हुआ था। तस्लीम बानो को सूचना देकर चाबी मंगवाई गई।
3 वर्ष पूर्व दिया था किराए पर
तस्लीम बानो ने पुलिस को बताया कि 3 वर्ष पूर्व उसने वसीम नामक युवक को यह फ्लेट किराए पर दिया था। नियमानुसार किराएदार रखने की सूचना लिखित में उसने महाकाल थाना पुलिस को की थी। महिला ने पावती की प्रति भी दिखाई। हालांकि पुलिस थाना महाकाल यह बताने में असमर्थ रहा कि उक्त समय आए आवेदन की जांच क्यों नहीं की गई। तस्लीम बानो ने बताया कि शुरूआत में वसीम परिवार के साथ रहने आया था। वसीम को फ्लैट किराये पर देने का एग्रीमेंट कराया था। वह 6 माह पहले फ्लैट खाली कर परिवार के साथ चला गया। एग्रीमेंट वसीम पिता रहीम निवासी आर्य समाज मार्ग और तस्लीम बानो के बीच वर्ष 2019 में हुआ था। मल्टी के रहवासी बताते हैं कि वसीम लोगों का यूनानी तरीके से उपचार करता था,लेकिन उसके यहां पीएफआई के सदस्यों का आना जाना लगा रहता था। पुलिस ने बताया कि वसीम पीएफआई का सक्रिय सदस्य था और उसके फ्लैट पर पीएफआई पदाधिकारियों की बैठकें भी होती थीं।
सिमी की गतिविधियों का केंद्र भी रहा उज्जैन जिला
उज्जैन और आसपास के क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन सिमी खासा सक्रिय रहा है। हालांकि प्रतिबंध के बाद संगठन के गतिविधियां लगभग समाप्त हो गई। इसके बाद पीएफआई ने अपनी सक्रियता बढ़ाई थी। 2021 में पुलिस ने संगठन के कई सदस्यों पर विभिन्न धाराओं में केस भी दर्ज किए थे। पुलिस अधिकारी अभी कई और बिंदुओं पर भी जांच कर रहे हैं। इसके लिए अन्य एजेंसियों से संपर्क में हैं।
चार लोगों को जेल भेज दिया है: एसपी
इस संबंध में चर्चा करने पर एसपी सत्येन्द्र शुक्ल ने बताया कि पीएफआई से जुड़े 4 सदस्यों में से एक खाराकुआं, 2 जीवाजीगंज और 1 महिदपुर थाना क्षेत्र से पकड़ाया था। इन्हें न्यायालय के निर्देश पर जेल भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह 4 जांच दलों ने अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई करते हुए आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।