नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा तिहाड़ जेल से बरामद दो मोबाइल फोन को अपने कब्जे में लिया है। यह मोबाइल फोन इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन अख्तर के बैरक से बरामद किये गए थे।
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार यह मोबाइल फोन मार्च 11 को दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने तिहाड़ जेल से बरामद किया था। इन दो मोबाइल फोन की जानकारी तहसीन अख्तर ने पूछताछ में पुलिस को दी है। अखबार की रिपोर्ट के अनुसार तिहाड़ जेल में एक आतंकी समूह बनाया गया था, जिसका नाम जैश उल हिंद था। 25 फरवरी 2021 को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास एक एसयूवी लावारिस अवस्था में खड़ी मिली थी। जिसमें 29 जिलेटिन की छड़ें रख हुई थीं। 27 फरवरी को जैश उल हिंद ने एंटीलिया के पास खड़ी मिली एसयूवी की जिम्मेदारी ली थी।
ये भी पढ़ें – नीतीश कुमार इस तरह बढ़ा रहे हैं मोदी सरकार की मुश्किलें?
आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी
विस्फोटक लदी एसयूवी मिलने के दूसरे दिन जेयूएच (जैश उल हिंद) ने इस घटना की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार एंटीलिया प्रकरण की जिम्मेदारी लेने के लिए जेयूएच ने प्रॉक्सी वॉर सॉफ्टवेयर का उपयोग किया था। इसे टेलीग्राम संदेश के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया गया था।
पुलिस के अनुसार 26 फरवरी को एक टेलीग्राम चैनल बनाया गया था। जिसके द्वारा 27 फरवरी को अंबानी के घर के बाहर खड़ी की गई विस्फोटक लदी एसयूवी की जिम्मेदारी ली गई। इस संदेश में क्रिप्टो करेन्सी की मांग की गई थी और इसे कहां डिपॉजिट करना है इसके लिए लिंक दिया गया था।
बरामद हुए दो मोबाइल
तिहाड़ जेल में बंद इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन अख्तर के बैरक से दो मोबाइल फोन दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने बरामद किये थे। इसकी जांच में सामने आया कि जेल में बंद इंडियन मुजाहिद्दीन और अल कायदा के आतंकियों ने जैश उल हिंद नामक आतंकी संगठन खड़ा किया था। हालांकि, इस पर जांच एजेंसियों में ही मतभेद उभरकर उस समय सामने आए।
कौन है तहसीन अख्तर?
इंडियन मुजाहिद्दीन नामक आतंकी संगठन के सह-संस्थापक मोहम्मद जरार सिद्दाप्पा उर्फ यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद तहसीन अख्तर ने इस आतंकी समूह की जिम्मेदारी संभाली थी। वह कराची में बैठे इंडियन मुजाहिद्दीन के मुखिया रियाज भटकल से सीधे संपर्क में था। तहसीन अख्तर पर भारत में आतंकी मॉड्यूल विकसित करने का आरोप है। इन गतिविधियों में संलिप्तता के कारण उसके विरुद्ध एनआईए ने 10 लाख रूपए का इनाम भी घोषित किया गया था।
आतंकी घटनाओं की जांच के बीच दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने पश्चिम बंगाल के नक्सबाड़ी से तहसीन अख्तर को मार्च 2014 में गिरफ्तार किया था।