NIA Raids: मानव तस्करी मामले में NIA की बड़ी कार्रवाई, 6 राज्यों में 22 जगहों पर छापेमारी

तस्करी के नेटवर्क क्षेत्रों में काम करना जारी रखते हैं, जो अक्सर प्रवर्तन में खामियों का फायदा उठाते हैं।

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File Photo

NIA Raids: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) (एनआईए) ने 28 नवंबर (गुरुवार) को मानव तस्करी (human trafficking) के एक मामले में छह राज्यों में 22 स्थानों पर तलाशी (searches at 22 locations in six states) ली। एनआईए की अलग-अलग टीमों द्वारा राज्य पुलिस बलों (state police forces) के साथ निकट समन्वय में सुबह से ही तलाशी अभियान जारी है। संगठित तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त करने के उद्देश्य से यह अभियान विशिष्ट इनपुट के आधार पर संदिग्धों के परिसरों में चलाया गया।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कई राज्यों में छापे मारे गए, जिनमें कमजोर व्यक्तियों की तस्करी में शामिल होने के संदेह वाले व्यक्तियों और संगठनों को निशाना बनाया गया। ये समन्वित तलाशी अवैध उद्देश्यों, जिसमें जबरन श्रम और शोषण शामिल है, के लिए तस्करी में लगे एक आपराधिक नेटवर्क की चल रही जांच का हिस्सा है।

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संगठित नेटवर्क का संदेह
एनआईए ने स्थानीय पुलिस से मामले (आरसी-10/2024/एनआईए/डीएलआई) को अपने हाथ में ले लिया। कथित तौर पर यह मामला राज्य की सीमाओं और संभवतः अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की तस्करी से जुड़ा है। भारत की प्रमुख आतंकवाद-रोधी और जांच एजेंसी एनआईए ने सीमा पार सिंडिकेट से जुड़े एक बड़े संगठित नेटवर्क के संदेह के बाद मामले को अपने हाथ में लिया।

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प्रवर्तन में खामियों का फायदा उठाया
हाल के वर्षों में अधिकारियों ने मानव तस्करी से निपटने के लिए प्रयास तेज़ कर दिए हैं, जिसमें तस्करों की आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित करने और पीड़ितों को बचाने पर अधिक ध्यान दिया गया है। एनआईए की छापेमारी ऐसे अभियानों को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत लंबे समय से मानव तस्करी के मुद्दे से जूझ रहा है, जिसमें हर साल हज़ारों लोग, खास तौर पर आर्थिक रूप से कमज़ोर समुदायों से, तस्करों के शिकार बनते हैं। कड़े कानूनों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के बावजूद, तस्करी के नेटवर्क क्षेत्रों में काम करना जारी रखते हैं, जो अक्सर प्रवर्तन में खामियों का फायदा उठाते हैं।

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