पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने सर्वोच्च न्यायालय से सरेंडर करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है। इस बीच पंजाब सरकार ने नवजोत सिद्धू की सुरक्षा वापस लेने के आदेश जारी किए हैं। उल्लेखनीय है कि नवजोत सिद्धू को 19 मई को सर्वोच्च न्यायालय ने 34 साल पुराने रोड रेज मामले में एक साल की सजा सुनाई है।
क्या मिलेगी राहत?
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए सिद्धू ने सर्वोच्च न्यायालय से समय मांगा है, लेकिन सिद्धू की क्यूरेटिव पिटीशन पर सुनवाई करते हुए बेंच ने कहा कि इसको चीफ जस्टिस की पीठ में पेश किया जाना चाहिए। सिद्धू के दोस्त मनसिमरत सिंह ने कहा है कि उनके लीवर में दिक्कत है।
पटियाला में थे सिद्धू
न्यायालय ने जिस समय फैसला सुनाया, उस समय नवजोत सिद्धू पटियाला में थे। फैसले के बाद सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू भी अमृतसर से पटियाला पहुंच गईं। रातभर सिद्धू के पटियाला आवास पर वकीलों का आवागमन जारी रहा।
इस बात की चर्चा
सुबह यह बताया गया कि नवजोत सिद्धू 20 मई को दोपहर पटियाला कोर्ट में सरेंडर करेंगे। इसके चलते सिद्धू समर्थक पटियाला जेल के बाहर जमा हो गए। इस बीच नवजोत सिद्धू ने खराब सेहत का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट से सरेंडर करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है।
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सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाया
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद पंजाब सरकार ने नवजोत सिद्धू की सुरक्षा में तैनात 45 पुलिसकर्मियों को वापस बुला लिया है। 20 मई की सुबह जारी पुलिस मुख्यालय के आदेश में कहा गया है कि नवजोत सिद्धू की सुरक्षा में तैनात सभी कर्मचारी अपने मूल जिलों को रिपोर्ट करें।