‘वॉयस ऑफ हिंद’ के 16 ठिकानों पर छापा! जम्मू-कश्मीर से कर्नाटक तक ऐसे जुड़े थे आरोपियों के तार

वॉयस ऑफ इंडिया हिंद मासिक पत्रिका है और इसका उद्देश्य अलगाव और सांप्रदायिक द्वेश फैलाकर प्रदेश में आंकवाद को हवा देना है।

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने वॉयास ऑफ हिंद पत्रिका के जम्मू-कश्मीर के 16 ठिकानों पर छापेमारी की है। एजेंसी के अधिकारियों ने 10 अक्टूबर को यह जानकारी देते हुए बताया कि पत्रिका के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में यह कार्रवाई की गई है। एजेंसी का आरोप है कि इस पत्रिका का मकसद प्रदेश के युवाओं को उकसाकर उन्हें आतंकवादी गतिविधियों के लिए तैयार करना है।

एआईए के अनुसार एक आईईडी बरामद किए जाने के बाद यह छापेमारी की गई। वॉयस ऑफ इंडिया हिंद मासिक पत्रिका है और इसका उद्देश्य अलगाव और सांप्रदायिक द्वेश फैलाकर प्रदेश में आंकवाद को हवा देना है। इसके लिए पत्रिका में भड़काऊ लेख प्रकाशित किए जाते रहे हैं।

कर्नाटक से हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि एजेंसी ने हाल ही में कर्नाटक के भटकल में दो स्थानों पर छापा मारा था। यहां से पत्रिका वॉयस ऑफ हिंद से संबंधित मामले में मुख्य आरोपी जवाहर दामुदी को गिरफ्तार किया था। देश के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने तथा आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट में भर्ती करने के लिए साजिश रचने के ममाले में इस साल 29 जून को इसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

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जम्मू-कश्मीर में ली थी तलाशी
एनआईए ने इसी मामले में इस वर्ष 11 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कई स्थानों पर तलाशी ली थी और तीन आरोपियों उमर निसार, तनवीर अहमद भट तथा रमीज अहमद लोन को गिरफ्तार किया था। ये सभी अनंतनाग जिले के अचबल क्षेत्र के रहनेवाले थे। इनमें से एक अबू हजीर अल बद्री, आईएसआई का प्रमुख संचालक था। यह वॉयस ऑफ हिंद का दक्षिणी भाषा में अनुवाद करने और उसका प्रसार-प्रचार करने का काम करता था। उसकी पहचान जवाहर दामुदी के तौर पर हुई थी। उसे एनआईए और कर्नाटक पुलिस से संयुक्त रुप से गिरफ्तार किया था।

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