एनआईए के हाथ यूरेनियम बरामदगी की जांच भी!

देश को आतंकी गतिविधियों से मुक्त रखने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए का गठन किया गया है। यह जांच एजेंसी अब यूरेनियम के प्रकरण की जांच भी करेगी। इसके पूर्व में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास मिले जिलेटिन स्टिक्स प्रकरण की जांच भी एटीएस ही कर रही है।

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए अब मुंबई के मानखुर्द में बरामद यूरेनियम प्रकरण की जांच करेगी। यह खेप 5 मई, 2021 को महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने यूरेनियम की खेप बरामद की थी। इस बरामदगी के साथ एटीएस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इस खेप की कीमत 21 करोड़ 30 लाख रुपए के लगभग आंकी गई है।

महाराष्ट्र एंटी टेरर स्क्वॉड के निरिक्षक संतोष भालेकर को गुप्त सूचना मिली थी कि ठाणे में रहनेवाला जिगर पंड्या नामक व्यक्ति यूरेनियम के टुकड़े बेच रहा है। इसके बाद एटीएस की नागपाड़ा यूनिट ने जाल बिछाया और जिगर पंड्या को पकड़ लिया। जिगर से पूछताछ में एटीएस को जानकारी मिली कि उसके पास जो यूरेनिम के टुकड़े बेचने के लिए आए हैं वह मानखुर्द के अबु ताहिर ने दिये थे।

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यहां से मिली खेप
जिगर पंड्या की जानकारी के अनुसार एटीएस ने मानखुर्द स्थित कुर्ला स्क्रैप असोशिएशन के अबु ताहिर के ठिकाने पर छापा मारा। उसके पास से यूरेनियम की खेप बरामद खी गई है। जिसका भार सात किलो है, इसका बाजार में मूल्य 21 करोड़ 30 लाख रुपए के लगभग है।

बार्क भेजी गई सामग्री
एटीएस ने यूरेनियम के रेडियोधर्मी पदार्थ होने के चलते उसे भाभा अणुसंधान केंद्र में जाच के लिए भेज दिया है। लेकिन प्रारंभिक जांच में जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार ये नेचुरल यूरेनियम है, अत्यंत रेडियोधर्मी है और मानव जीवन के लिए घातक है।

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