Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद (Murshidabad) जिले में एक व्यक्ति और उसके बेटे की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है, पुलिस ने 20 अप्रैल (रविवार) को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शमशेरगंज के जाफराबाद में दो लोगों की हत्या के मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। 11 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में वक्फ अधिनियम (Waqf Act) को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में पिता-पुत्र हरगोबिंदो दास (Hargobindo Das) और चंदन दास (Chandan Das) की उनके घर पर चाकू से कई वार कर हत्या कर दी गई थी।
पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने विशेष जांच दल (एसआईटी) के साथ मिलकर आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुलिताला पुरबापारा के निवासी जियाउल शेख के रूप में हुई है। 12 अप्रैल को अपराध होने के बाद से वह फरार था और शनिवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में उसके ठिकाने से उसे गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “यह व्यक्ति मुख्य आरोपियों में से एक है, जिसने 12 अप्रैल को मृतक के घर पर तोड़फोड़ करने और हरगोबिंदो दास और उसके बेटे चंदन दास की हत्या करने के लिए भीड़ को उकसाया और साजिश रची थी।”
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अब तक की चौथी गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज और उसके मोबाइल फोन टावर लोकेशन समेत सभी सबूत 12 अप्रैल को घटनास्थल पर उसकी मौजूदगी साबित करते हैं। इससे पहले, पुलिस ने पिता-पुत्र की हत्या में शामिल होने के आरोप में दो भाइयों कालू नादर और दिलदार और इंजमाम उल हक को गिरफ्तार किया था। कालू को बीरभूम जिले के मुराराई से गिरफ्तार किया गया, उसके भाई दिलदार को सुती पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत बांग्लादेश सीमा क्षेत्र से पकड़ा गया। तीसरे आरोपी को जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुरीपारा से पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा, “हमने मुर्शिदाबाद हिंसा मामलों में 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं। हमने अब तक इन मामलों में 276 लोगों को गिरफ्तार किया है।” वक्फ अधिनियम में संशोधन को लेकर हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।
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‘हिंदू परिवारों को निशाना बनाया गया’
भाजपा नेता अमित मालवीय ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में दंगों के दौरान हिंदू परिवारों को व्यवस्थित तरीके से निशाना बनाया गया। एक्स पर एक पोस्ट में मालवीय ने कहा कि हिंदू निवासियों के घरों पर स्याही से निशान लगाए गए थे और उन्हें जलाने से पहले निगरानी में रखा गया था। मालवीय ने एक्स पर लिखा, “मुर्शिदाबाद से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है! आगजनी के हमलों से पहले, हिंदू परिवारों के घरों पर स्याही से निशान लगाए गए थे और उन पर कड़ी निगरानी रखी गई थी। कई दिनों की निगरानी के बाद, इन संपत्तियों को व्यवस्थित तरीके से आग लगा दी गई।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं अक्सर होती हैं, खासकर शुक्रवार को। उन्होंने कहा, “रिपोर्ट बताती है कि दो स्थानीय मुस्लिम निवासियों ने हमलावरों को महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिससे उन्हें हिंदुओं के स्वामित्व वाले घरों और दुकानों को पहचानने में मदद मिली। परेशान करने वाली बात यह है कि इसी तरह की लक्षित हिंसा नियमित रूप से होती है, खासकर शुक्रवार को।”
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