Mumbai: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मुंबई के पास स्थित वसई-विरार में स्थानीय महानगरपालिका के अधिकारी के घर पर छापा मार कर 8.6 करोड़ की नकदी और 23 करोड़ का सोना बरामद किया है। इस मामले में ईडी की टीम वसई-विरार महानगरपालिका के अधिकारी वाईएस रेड्डी को गिरफ्तार करके उनसे गहन पूछताछ कर रही है।
छापेमारी के बाद गिरफ्तारी
दरअसल, ईडी की टीम ने नालासोपारा में 41 अवैध इमारतों के मामले की जांच कर रही है। इस मामले में ईडी की टीम ने पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता व अनिल गुप्ता तथा उनके साथियों के दर्जनों ठिकानों पर 14 मई को एक साथ छापा मारा था। इस छापेमारी के दौरान ईडी को भारी मात्रा में डिजिटल और कागजात मिले, जिससे साबित हुआ कि इस मामले में स्थानीय नगर निगम का अधिकारी वाईएस रेड्डी भी शामिल हैं। इसी वजह से ईडी ने रेड्डी के आवास पर छापा मारा और वहां से नगदी और सोना बरामद किया। इसके बाद रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में यह भी पता चला है कि 2016 में रेड्डी को भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने 25 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। फिर मई, 2016 में रेड्डी की जांच शुरू की गई थी।
CAIT: तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार पर देश भर के व्यापारियों की बड़ी बैठक, लिए गए ये चार निर्णय
41 इमारतों का अवैध रूप से निर्माण
नालासोपारा में 30 एकड़ क्षेत्र में 41 इमारतों का अवैध रूप से निर्माण किया गया था। यह सभी इमारतें किसी अन्य की जमीन पर अवैध तरीके से बनाई गई थीं। इन इमारतों पर कार्रवाई के लिए असली जमीन मालिकों ने हाई कोर्ट में गुहार लगाई थी। इसके बाद हाई कोर्ट ने इन इमारतों को तोडऩे का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद वसई-विरार नगर निगम ने सभी अवैध इमारतों को तोड़ दिया था, जिससे करीब ढाई हजार लोग बेघर हो गए थे। इसके बाद ईडी ने पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया और मामले की गहन छानबीन कर रही है।