नागौर जिले में 16 साल के नाबालिग ने ‘पबजी’ और ‘फ्री फायर’ की लत में अपने 12 साल के चचेरे भाई की गला दबाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद शव को जमीन में गाड़ दिया। असम में बैठे चचेरे भाई के अंकल को फेक इंस्टाग्राम आईडी से मैसेज कर 5 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी। लाडनूं पुलिस ने 13 दिसंबर की सुबह आरोपित नाबालिग की निशानदेही पर गांव के तालाब किनारे जमीन में गड़ा शव बरामद किया।
पुलिस के मुताबिक 8 दिसंबर को धुड़ीला गांव का प्रवीण शर्मा (12) अपनी मां का मोबाइल लेकर घर से गायब हो गया था। प्रवीण के चाचा नरेश पुत्र पन्नालाल शर्मा ने अगले दिन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया गया था कि प्रवीण को पबजी और फ्री फायर खेलने की लत थी।
पांच लाख की मांगी फिरौती
पुलिस ने साइबर तकनीक से प्रवीण की तलाश शुरू की। इस बीच असम में बैठे प्रवीण के अंकल को एक इंस्टाग्राम आईडी से मैसेज आया कि प्रवीण उसके पास दिल्ली में आ गया है। अगर उसे जिंदा चाहते हो तो 5 लाख रुपये का इंतजाम करो। परिजनों ने तुरंत ही इस बात की जानकारी पुलिस को दी।
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साइबर तकनीक से जांच-पड़ताल
पुलिस ने साइबर तकनीक से जांच-पड़ताल शुरू की तो पता चला कि जिस इंस्टाग्राम आईडी से फिरौती मांगी जा रही थी, उसका आईपी एड्रेस मासूम के साथ गायब हुए मोबाइल का था। लोकेशन उसके गांव की ही आ रही थी। मोबाइल में इंटरनेट दूसरे मोबाइल के हॉटस्पॉट से चलाया जा रहा था।
शक के आधार पर पुलिस ने शुरू की जांच
मामले की गहराई से जांच की गई तो मासूम के नाबालिग चचेरे भाई पर शक हुआ। चचेरे भाई से पूछताछ की उसने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वो मोबाइल में पबजी, फ्री फायर और तीन पत्ती जैसे गेम खेलता है। इनमें लगातार हुई हार से उस पर कर्ज चढ़ गया था। उसे कुछ अन्य लत भी हैं। रुपये की सख्त जरुरत थी।
गला दबाकर की हत्या
मृतक भी उसके साथ मोबाइल गेम खेलता था। इसके चलते उसने गांव के तालाब किनारे उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और उसका मोबाइल अपने कब्जे में लिया। लाश नाले में फेंककर ऊपर मिट्टी गिरा दी। इसके बाद आरोपित नाबालिग ने मासूम के मोबाइल से सिम निकालकर फेंक दी। फिर इंस्टाग्राम पर एक फेक आईडी बनाई। दूसरे मोबाइल नेटवर्क से हॉटस्पॉट कनेक्ट कर असम में रहने वाले अंकल को फेक इंस्टाग्राम से मैसेज कर फिरौती मांगी।