मुंबई स्थित भिवंडी के सीजीएसटी आयुक्त की एक टीम ने फर्जी चालान रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सीजीएसटी भिवंडी आयुक्त ने 132 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया है। इसी क्रम में आयुक्त ने फर्जी चालान बिल रैकेट का भी भंडाफोड़ किया, जिसमें फर्जी चालान जारी करने के साथ-साथ 23 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाना या पारित करना शामिल था।
इससे पहले अगस्त में भी, सीजीएसटी भिवंडी आयुक्तालय ने इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाने के लिए फर्जी चालान के आधार पर दावे करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, 132 करोड़ रुपये के फर्जी चालान के आधार पर 23 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हासिल करने के सिलसिले में छापेमारी की गई। इस घोटाले के मास्टरमाइंड हसमुख पटेल को गिरफ्तार कर 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
CGST Bhiwandi Commissionerate in Mumbai Zone busted a fake invoice racket involving issuance of invoices amounting to Rs 132 cr & availing/passing on Input Tax credit of Rs 23 cr. Mastermind of the syndicate Hasmukh Patel, has been arrested & is in judicial custody till Sep 23.
— ANI (@ANI) September 11, 2022
फर्जी चालान से किया 2.57 करोड़ रुपये का आईटीसी हासिल
सीजीएसटी भिवंडी आयुक्त सुमित कुमार के अनुसार, गिरोह नकली जीएसटी चालान के माध्यम से इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त कर रहा था। गिरोह से जुड़ी एक फर्म ने 14.30 करोड़ रुपये के फर्जी चालान के जरिए 2.57 करोड़ रुपये का आईटीसी हासिल किया था। यह मामला सामने आते ही कंपनी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया।