मणिपुर के ननी जिले में टुपुल रेलवे स्टेशन के इलाके में स्थित भारतीय सेना की 107 टेरिटोरियल आर्मी कैंप के पास 29 जून की रात को भारी भूस्खलन हो गया। क्षेत्र में 30 जून को तड़के से बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा। अब तक 8 शव बरामद किए गए हैं।
12वीं बटालियन एनडीआरएफ के सूत्रों ने बताया कि हादसे वाले स्थान से अब तक 8 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 20 लोगों को जिंदा बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मणिपुर आपदा राहत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि घायलों का इलाज ननी आर्मी मेडिकल यूनिट में किया जा रहा है। गंभीर रूप से घायलों को बेहतर इलाज के लिए इंफाल के मणिपुर चिकित्सा महाविद्यालय में रेफर किया गया है।
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केंद्रीय गृहमंत्री ने जताया दुख
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को फोन कर हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री सिंह ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने टुपुल में भूस्खलन की स्थिति का आकलन करने के लिए आपात बैठक बुलाई है। खोज और बचाव अभियान पहले से ही चल रहा है। उक्त रेस्क्यू ऑपरेशन में सहायता के लिए डॉक्टरों के साथ-साथ एंबुलेंस को भी भेजा गया है। जिरिबाम से इंफाल तक निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए मणिपुर के ननी जिले में टुपुल रेलवे स्टेशन के पास भारतीय सेना तैनात थी।
बचाव अभियान जारी
भारतीय सेना और असम राइफल्स की टीम राहत एवं बचाव कार्य चला रही है। 29 जून की रात को भी इलाके में बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा गया था। ताजा भूस्खलन और खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में बाधा आई है। मौसम साफ होने का इंतजार किया जा रहा है। मौसम साफ होने पर सेना के हेलीकॉप्टरों से बचाव कार्य चलाया जाएगा। राहत और बचाव कार्य में अरुणाचल प्रदेश की राजधानी स्थित एनडीआरएफ की 12वीं बटालियन की एक टीम रात को ही मौके पर पहुंची गयी थी, जबकि दो टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई है।