मनसुख हिरेन मौत प्रकरण: खुला रुमाल का भेद, लाल रंग की कार भी बरामद

मनसुख हिरेन प्रकरण में एनआईए कई महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा कर रही है। इसमें रविवार को भी जांच के अंतर्गत की गई छापेमारी और सर्च ऑपरेशन में कागजात बरामद किये गए हैं।

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नेशनल इन्वेस्टिगशन एजेन्सी ने मनसुख हिरेन हत्या प्रकरण में कई महत्वपूर्ण जानकारियां और साक्ष्य इकट्ठा किये हैं। इसमें मनसुख का शव मिलने के बाद उसके मुंह पर जो रुमाल थे इसका खरीददार और विक्रेता दोनों का पता चल गया है। इसके साथ इस पूरे प्रकरण में सचिन वाझे का साथ देनेवाला पुलिस अधिकारी सुनील माने की लाल कार एनआईए ने जब्त कर लिया है।

केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा की जा रही जांच के विषय में जो जानकारी सामने आ रही है। उसे अनुसार 4 मार्च जिस दिन मनसुख हिरेन की हत्या हुई थी। उस दिन सचिन वाझे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से कलवा लोकल ट्रेन से आया था। इसकी सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली गई हैं। यहां उतरकर सचिन वाझे ने रुमाले खरीदा था। इसके अलावा निलंबित पुलिस निरिक्षक सुनील माने की लंल रंग वाली कार भी एनआईए न जब्त कर ली है।

बता दें कि, मनसुख हिरेन का शव मुंब्रा खाड़ी से मिला था। उस समय उसके मुंह पर मास्क था और उसके अंदर पांच-छह रुमाल रखी हुई थी। इन रुमालों को एजेंसी फॉरेन्सिक लैब में भेज दिया है। इस प्रकार इस प्रकरण में गिरफ्तार सुनील माने के घर रविवार को एनआईए ने सर्च किया था। उनके घर और कार्यालय से एजेंसी ने कागजात और घर से लाल रंग की क्रेटा कार बरामद कर ली है। इस कार की नंबर प्लेट भी बनावटी होने की बात जांच में सामने आई है।

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