केंद्रीय मंत्री नारायण राणे उनके बेटे विधायक नीतेश राणे को मुंबई के मालवणी पुलिस स्टेशन ने दिशा सालियन मौत मामले में अलग-अलग नोटिस जारी किया है। 2 मार्च को भेजे गए इस नोटिस में नीतेश राणे को 3 मार्च को दिन में 11 बजे तथा नारायण राणे को 4 मार्च को दिन में 11 बजे पुलिस थाने में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है।
बता दें कि राणे व उनके बेटे नीतेश राणे ने पत्रकार वार्ता कर दिशा सालियन के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या का आरोप लगाया था। राणे तथा उनके बेटे के वक्तव्य पर दिशा सालियन की मां ने तीव्र नाराजगी जताई थी। उन्होंने इसकी शिकायत राज्य महिला आयोग से की थी।
दिशा के मातापिता ने जताई थी आपत्ति
दिशा सालियन की मां ने कहा था कि उनकी बेटी प्रोजेक्ट रद्द होने की वजह से तनाव में थी और उसने आत्महत्या कर ली थी। इकलौती बेटी की आत्महत्या से वे अभी तक उबर नहीं सकी हैं, अब मरने के बाद भी उनकी बेटी की बदनामी की जा रही है। इसलिए उनका जीना दूभर हो गया है। अगर इस तरह की बदनामी से उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया तो उसकी जिम्मेदारी उनकी बेटी को बदनाम करने वालों की होगी। राज्य महिला आयोग ने दिशा सालियन की मां के इस बयान के आधार पर मालवणी पुलिस स्टेशन को नोटिस जारी कर मामले की रिपोर्ट मंगवाई थी। रिपोर्ट देखने के बाद उसने कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसी के तहत मालवणी पुलिस स्टेशन ने नारायण राणे व उनके बेटे को नोटिस जारी कर पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने को कहा है।
8 जून, 2020 का मामला
बता दें कि दिशा सालियन की मौत 8 जून, 2020 को मालवणी इलाके में स्थित उनके घर पर हो गई थी। इसके बाद 14 जून को फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत बांद्रा स्थित उनके आवास पर हुई थी।
राणे पिता-पुत्र ने लगाया था यह आरोप
नारायण राणे व नीतेश राणे ने आरोप लगाते हुए कहा था कि दिशा सालियन फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर थीं। दिशा सालियन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले की जानकारी जब सुशांत सिंह को हो गई तो उनकी भी हत्या कर दी गई। इन दोनों मामले में सबूत नष्ट कर दिए गए। नारायण राणे ने दिशा सालियन की मौत में निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के भी शामिल होने का शक व्यक्त किया है। हालांकि मालवणी पुलिस स्टेशन की जांच में तथा पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में दिशा सालियन के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।