महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यूयू ललित का अभिनंदन किया। आठ नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे चीफ जस्टिस यूयू ललित ने कहा कि राज्य सरकार का यह सम्मान उनके जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है। वे महाराष्ट्र की सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
राजभवन में सम्मान कार्यक्रम
महाराष्ट्र सरकार की ओर से शनिवार को राजभवन में भारत के 49वें चीफ जस्टिस यूयू ललित के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने राज्य सरकार की ओर से चीफ जस्टिस ललित का अभिनंदन किया। राज्यपाल ने कहा कि न्यायपालिका के काम में मातृभाषा का प्रयोग बढ़ाया जाना चाहिए ताकि आम लोग न्यायिक प्रक्रिया को आसानी से समझ सकें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भले ही चीफ जस्टिस ललित अगले कुछ दिनों में सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन कानूनी क्षेत्र को उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा।
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पारदर्शी कार्यवाही के प्रदर्शक
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चीफ जस्टिस ललित के काम की सराहना करते हुए कहा कि वह अदालती कार्यवाही को और तेज एवं पारदर्शी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार भी कानून के क्रियान्वयन के माध्यम से आम आदमी को न्याय दिलाने के उद्देश्य से काम कर रही है।
हर व्यक्ति का सम्मान
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य को चीफ जस्टिस यूयू ललित पर गर्व है और राज्यपाल के हाथों उनका सम्मान महाराष्ट्र में हर व्यक्ति के लिए एक सम्मान है।
मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष उपस्थित
इस अवसर पर बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।