Maharashtra: प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 14 मई को सुबह से वसई-विरार में 13 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी वसई-विरार में बनाई गई 41 अवैध इमारतों के सिलसिले में की जा रही है। छापेमारी का अधिकृत ब्योरा ईडी की ओर से अभी तक उपलब्ध नहीं करवाया गया है।
पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता के अवैध निर्माण का मामला
सूत्रों के अनुसार बहुजन विकास अघाड़ी पार्टी के पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता ने वसई-विरार में अग्रवाल, वसंत नगरी क्षेत्र में सर्वे संख्या 22 और 30 के बीच के भूखंडों पर अवैध तरीके से 41 अवैध इमारतें खड़ी की और इन इमारतों में बने फ्लैट ग्राहकों को बेच दिए थे। इस भूमि का कुछ भाग डम्पिंग ग्राउंड और एसटीपी संयंत्रों के लिए आरक्षित था। कुछ जमीन दूसरे व्यक्ति के नाम पर थी। यह अवैध इमारतें जिन जमीनों पर बनीं थीं, उन जमीन के मालिकों ने हाई कोर्ट में गुहार लगाई थी।
ढाई हजार से अधिक लोग बेघर
हाई कोर्ट के आदेश के बाद इन इमारतों को वसई-विरार महानगरपालिका ने तोड़ दिया था। इससे यहां करीब ढाई हजार से अधिक लोग बेघर हो गए। इसे देखते हुए ईडी की टीम ने पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता के विरुद्ध मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया और इसी सिलसिले ईडी ने वसई विरार में 13 स्थानों पर बड़ा तलाशी अभियान चलाया गया है। छापेमारी का ब्योरा अब तक नहीं मिल सका है।