NIA: टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी की आड़ में पाकिस्तानी जासूस को संदिग्ध तरीके से पैसे भेजने के आरोप में कोलकाता के व्यवसायी मसूद आलम से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) लगातार पूछताछ कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, मसूद ने जिस प्रकार जवाब दिए हैं, उनमें कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्पष्टता नहीं है। 2 जून के बाद 3 जून को भी उन्होंने न्यू टाउन स्थित एनआईए कार्यालय में हाजिरी दी। उनसे देर शाम तक पूछताछ हुई है।
सीआरपीएफ के जवान को भी भेजा था पैसा
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि मसूद की ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान मोतीराम जाट को पैसा भेजा गया था। यह वही जवान है जिसे देश की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजने के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार किया गया है।
भेजी गई कितनी रकम
एनआईए सूत्रों के अनुसार, मसूद ने मोतीराम को तीन बार पैसे भेजे -एक बार 13 हजार, दूसरी बार 22 हजार और एक बार पांच हजार। पूछताछ में जब मसूद से पूछा गया कि उन्होंने यह पैसे क्यों भेजे, तो वह इसका संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। उन्होंने केवल इतना कहा कि किसी और ने उन्हें यह पैसे देकर मोतीराम को भेजने को कहा था लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह व्यक्ति कौन था, कब और कितनी राशि दी गई थी— और अब उन्हें यह बातें याद भी नहीं आ रहीं।
एजेंसी खंगाल रही है आलम के बैंक अकाउंट
जांच एजेंसी ने मसूद से उन खातों और लोगों की जानकारी मांगी है, जिनके जरिये यह लेनदेन हुआ था। जांच एजेंसी यह जानना चाहती है कि क्या इन पैसों के ट्रांसफर का कोई रेकॉर्ड रखा गया था और यह नेटवर्क कितने समय से सक्रिय था।
इन पर भी शक
एनआईए की नजर अब खिदिरपुर के एक और व्यवसायी मोहम्मद इजाज़ और तपसिया क्षेत्र के एक होटल कर्मचारी मोहम्मद वाकिल पर भी है। 3 जून को इजाज़ एनआईए कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए, लेकिन वाकिल का बयान रिकॉर्ड किया गया। वाकिल बीते 20 वर्षों से कोलकाता से बाहर थे और हाल ही में ही लौटे हैं। वह इस समय तपसिया के एक होटल में कार्यरत हैं और राजाबाजार इलाके में अस्थायी रूप से रह रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, देशभर में पकड़े गए जासूसी नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपितों से पूछताछ के दौरान ही मोहम्मद वाकिल का नाम सामने आया है। अब एनआईए यह भी जांच कर रही है कि कोलकाता लौटने से पहले वाकिल किन स्थानों पर रह चुके हैं और उनका संपर्क किन-किन लोगों से था।
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