कानपुर हिंसा: बाबा बिरयानी के मालिक ने की थी मुख्य आरोपी को फंडिंग, अब भुगत रहा ऐसी सजा

एसआईटी की जांच में मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी को फंडिंग करने वालों के विषय में अहम सबूत मिले। जांच में पाया गया कि मुख्तार बाबा ने हिंसा के लिए फंडिंग की थी।

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कानपुर हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) को मुख्य आरोपित को फंड उपलब्ध कराने वालों के बारे में अहम सबूत मिले हैं। हिंसा भड़काने में आर्थिक सहयोग करने वाले बिरयानी कारोबारी मुख्तार बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पिछले 3 जून को कानपुर कमिश्नरेट के बेकनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत परेड, नई सड़क पर सैकड़ों उपद्रवियों ने पथराव किया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की और उपद्रव एवं हिंसा करने वालों पर कार्यवाही शुरू कर दी। प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया।

जांच में हुआ खुलासा
एसआईटी की जांच में मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी को फंडिंग करने वालों के विषय में अहम सबूत मिले। जांच में पाया गया कि मुख्तार बाबा ने हिंसा के लिए फंडिंग की थी। मुख्य आरोपित हाशमी, मुख्तार बाबा से फंड जुटाता था। वहीं पुलिस रिकार्ड में मुख्तार बाबा पर कई क्रिमिनल केस दर्ज हैं। वहीं एसआईटी की रडार पर कई और संदिग्ध हैं और कुछ लोगों की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।

जांच जारी
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने 23 जून को बताया कि हिंसा में मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी को फंडिंग करने वालों की जांच जारी है। इससे जुड़े बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ करते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है।

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