बिहार-झारखंड बंदः नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ाया, इन ट्रेनों पर असर

नक्सलियों ने भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ की इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनकी पत्नी शीला मरांडी उर्फ शीला दी की जेल में स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने के विरोध में बंद बुलाया था।

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प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने गुरुवार को एक दिवसीय झारखंड- बिहार बंद के दौरान उत्पात मचाया है। नक्सलियों ने नई दिल्ली से गया-धनबाद होकर हावड़ा जाने वाले रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया है। गिरिडीह के सरिया थाना क्षेत्र के चिचाकी और चौधरीबांध के बीच में अप और डाउन ट्रैक पर विस्फोट किया है। विस्फोट से स्लीपर क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित है।

26 जनवरी की देर रात नक्सलियों का दस्ता इस क्षेत्र में पहुंचा और विस्फोट किया। मिली जानकारी के अनुसार इस घटना को पोल संख्या 334/13 और 14 के बीच अंजाम दिया गया है। घटना की सूचना के बाद गिरिडीह पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई।

तलाशी अभियान जारी
रेलवे ट्रैक विस्फोट कर उड़ाने की इस घटना के बाद से गंगा दामोदर, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर ही रुक गईं। एसपी अमित रेनू ने बताया कि आस-पास के इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

21 से 26 जनवरी तक रखा गया बंद
बता दें कि नक्सलियों ने भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ की इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, उनकी पत्नी शीला मरांडी उर्फ शीला दी की जेल में स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने के विरोध में बंद बुलाया है। गिरफ्तारी के बाद से ही नक्सली संगठन गुस्से में हैं। नक्सली संगठन द्वारा गिरफ्तारी के बाद दो बार बंद रखा गया। इस बार 21 जनवरी से 26 जनवरी तक दोनों की रिहाई की मांग को लेकर प्रतिरोध दिवस मनाया गया। इस दौरान गिरिडीह के खुखरा और मधुबन में मोबाइल टावर उड़ाया गया। डुमरी के नुरंगो के समीप बराकर नदी पर बने पुल को उड़ा दिया गया तो हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर उड़ाने का प्रयास किया गया, जबकि कई स्थानों पर पोस्टरबाजी की गई।

इसलिए रखा है बंद
बीते 12 नवंबर को ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा , उनकी पत्नी शीला मराण्डी उर्फ शीला दी, बिरेन्द्र हांसदा उर्फ जितेन्द्र, राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु, कृष्णा बाहदा उर्फ हेवेन और गुरूचरण बोदरा को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी के पास से चार मोबाइल, दो एसएसडी एक पेन ड्राइव 1.51 लाख रूपया सहित अन्य सामान बरामद किए थे। प्रशांत बोस के पास से बरामद हुए पेन ड्राइव और एसएसडी में नक्सली संगठन के कई दस्तावेज थे। उनमें सरकार के खिलाफ और नक्सली संगठन के समर्थन में प्रचार संगठन के पत्र और अन्य दस्तावेज की सॉफ्ट कॉपी भी थे।

50 से अधिक मामले का आरोपी
सरायकेला जिला के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा के पास चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया था। सांसद सुनील महतो की हत्या सहित 50 से अधिक मामलों में प्रशांत की तलाश पुलिस को थी।

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