असमः जिहादी गतिविधियों को लेकर भाजपा ने पिछली सरकारों पर साधा निशाना, लगाया ये आरोप

असम पुलिस ने 7 मार्च की रात से नगांव और मोरीगांव जिलों में स्थित जेहादी ठिकानों को जड़ से उखाड़ फेंकने का अभियान चलाया।

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भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता रंजीत कुमार शर्मा ने कहा कि असम में जिहादी गतिविधियां कुछ राजनीतिक दलों के सामाजिक समर्थन और संरक्षण के कारण ही जड़ें जमाने में सक्षम रही हैं। असम में पिछली सदी के सत्तर के दशक से जिहादी काम चल रहा है। पिछली कांग्रेस सरकारों की आंख मूंदकर चलाई गयी नीति के कारण ही राष्ट्र विरोधी शक्तियां खुद को मजबूत करने में सक्षम हुई, लेकिन केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी सरकार के गठन के बाद से आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है।

भाजपा प्रवक्ता रंजीत कुमार सरमा 9 मार्च को गुवाहाटी के वशिष्ठ स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय मुख्यालय ‘अटल बिहारी वाजपेयी’ भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सरमा ने कहा कि ऐसी ही नीति के आधार पर असम पुलिस ने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की प्रेरणा से मजबूत जिहाद विरोधी अभियान जारी रखा है। नतीजतन, पुलिस मध्य असम के नगांव और मोरीगांव जिलों में अंतर-राज्यीय आतंकवादियों के एक बड़े नेटवर्क का पता लगाने में सक्षम हुई है। भाजपा सरकार में राष्ट्र विरोधी ताकतों को किसी भी तरह का काम करने की अनुमति नहीं है। पुलिस की मौजूदा कार्रवाई इसका स्पष्ट सबूत है। शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकारों की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण असम में जिहादी गतिविधियां जड़ें जमा पाई हैं। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिहाद विरोधी अभियान की सफलता पुलिस की सक्रियता को साबित करती है। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश मीडिया संयोजक देवान ध्रुवज्योति मोरल भी मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि असम पुलिस ने 7 मार्च की रात से नगांव और मोरीगांव जिलों में स्थित जेहादी ठिकानों को जड़ से उखाड़ फेंकने का अभियान चलाया। इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियान के दौरान 136 सक्रिय सिम कार्ड, 18 मोबाइल हैंडसेट और पाकिस्तान से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद किए गये।

गिनीज बुक में लाचित बोरफुकन
भाजपा प्रवक्ता सरमा ने असम जातीय वीर सेनापति लाचित बोरफुकन पर निबंध प्रतियोगिता के आयोजन को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल कराने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की प्रशंसा की। उन्हाेंने बताया कि बुधवार को राज्य सरकार ने जनता भवन में आयोजित एक समारोह में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारियों से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र स्वीकार किया।

दरअसल, लाचित बोरफुकन की 400वीं जयंती पर सरकारी पहल पर प्रदेश में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। लाचित बोरफुकन से संबंधित इस निबंध प्रतियोगिता में राज्य के 42 लाख लोगों ने भाग लिया। एक निबंध प्रतियोगिता में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के भाग लेने को ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भवेश कलिता ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सशक्त असम की इस सफलता के लिए मुख्यमंत्री डॉ. सरमा को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि डॉ. सरमा के नेतृत्व में असम देशभर के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी खुद को साबित करने में सक्षम रहा है। कलिता ने यह भी कहा कि यह मुख्यमंत्री के मजबूत नेतृत्व और कार्य संस्कृति के कारण ही यह संभव हुआ है।

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