सूचना प्रोद्यौगिकी पर संसदीय स्थायी समिति ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के मामले में 21 जनवरी को फेसबुक और ट्विटर के अधिकारियों को तलब किया है। पिछले कुछ दिनों से व्यक्तिगत डाटा लीक होने और उनके दुरुपयोग किए जाने की खबरें आने के बाद समिति ने उन्हें तलब किया है।
इसके साथ ही सोशल मीडिया के दुरुपयोग होने की खबरें भी पिछले एक साल से खूब आ रही हैं। भारत सरकार इसे लेकर कई बार चिंता जता चुकी है। साथ ही विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरते रहे हैं, लेकिन फेसबुक और ट्विटर पर कई ऐसी जानकारियां या टिप्पणियां वायरल हो रही हैं, जिसकी वजह से समाज का सद्भाव बिगड़ रहा है और उसका दुष्परिणाम देखा जा रहा है। इसके साथ ही बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
Parliamentary standing committee on IT has summoned Facebook and Twitter officials on January 21, in connection with the prevention of misuse of social media.
— ANI (@ANI) January 17, 2021
पहले भी किया गया था तलब
इससे पहले अक्टूबर 2020 में भी फेसबुक और ट्विटर को समन जारी किया गया था। संसद की संयुक्त समिति ने उनके प्रतिनिधियों को अपने समक्ष पेश होने को कहा था। उन्हें निजी डाटा संरक्षण विधेयक, 2019 पर भारतीय जनता पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता वाली संयुक्त समिति के समक्ष पेश होने को कहा गया था।
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भारत सरकान ने दी थी सख्त चेतावनी
भारत सरकार ने देश का गलत नक्शा पेश करने और लेह की भौगोलिक स्थिति को चीन में दिखाने को लेकर ट्विटर को सख्त चेतावनी दी थी। सरकार ने कहा था कि देश की संप्रभुता और अखंडता का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ये था मामला
इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय के सचिव अजय साहनी ने इस बारे में ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोर्सी को कड़े शब्दों में एक पत्र भी लिखा था। बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में स्थित स्मारक हॉल फेम से सीधा प्रसारण में लोकेशन के साथ ट्विट में इसे जम्मू-कश्मीर, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का हिस्सा दिखाया था।