पाकिस्तान का प्रयत्न नाकाम, भारतीय तटरक्षक बल और एटीएस की सतर्कता से बड़ा षड्यंत्र फेल

पाकिस्तान लगातार मादक पदार्थ और हथियार भेजने का प्रयत्न कर रहा है। पंजाब में सीमा पार लगातार ड्रोन के द्वारा नशीली खेप भेजने का प्रयत्न हो रहा है, जबकि गुजरात समुद्र में नाव के द्वारा यह प्रयत्न किया जा रहा है।

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भारतीय तट रक्षक दल और गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड के संयुक्त ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। जिसमें पाकिस्तान से भारत की समुद्री सीमा में अवैध रूप से प्रवेश कर रहे तस्करों को धर दबोचा गया है। इन तस्करों के पास से मादक पदार्थ और हथियार की खेप बरामद की गई है।

सुरक्षा एजेंसियों को गुप्त सूचना मिली थी कि, 25/26 दिसंबर की रात भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा पर कुछ संदेहास्पद गतिविधियां हो सकती हैं। जिसके लिए इंडियन कोस्ट गार्ड और गुजरात एटीएस ने संयुक्त ऑपरेशन किया। जिसके अंतर्गत भारतीय तट रक्षक दल के आईसीजीएस अरिंजय को तैनात किया गया था।

संदेहास्पद नाव की घेराबंदी काम आई
भारतीय तट रक्षक दल के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों ने रात में भारत की ओर बढ़ रही एक नाव को देखा। इसे जब रुकने के लिए कहा गया तो वह दूसरी ओर भागने लगी। जिसके बाद अरिंजय ने नाव को घेर लिया। इस नाव का नाम अल सोहेली है। उस पर दस तस्कर सवार थे, जिनके पास से 40 किलोग्राम मादक पदार्थ, हथियार और गोला बारूद मिला है। इन सभी को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से बरामद मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य तीन सौ करोड़ रुपए है।

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अब सात ऑपरेशन हुए
भारतीय तट रक्षक दल और गुजरात एटीएस का संयुक्त रूप से पिछले डेढ़ वर्षों में यह सातवां अभियान था। जिसमें अब तक 44 पाकिस्तानी, 7 ईरानी तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनसे 346 किलोग्राम हेरोईन बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुल कीमत 1930 करोड़ रुपए है।

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