पुणे (Pune) के सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट (Symbiosis Institute) में लॉ की छात्रा (Law Student) शर्मिष्ठा पनोली (Sharmistha Panoli) को कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने दिल्ली (Delhi) स्थित उसके घर से गिरफ्तार (Arrested) किया है। कोलकाता पुलिस ने बेहद विवादित कदम उठाते हुए शर्मिष्ठा पर कट्टरपंथियों द्वारा अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। कानून की पढ़ाई कर रही शर्मिष्ठा पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कथित अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुआई वाली सरकार ने हिंदुओं के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई शुरू कर दी है। न्यायिक समिति ने खुद कहा था कि हाल ही में मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में हिंदुओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया। इसके बाद कॉलेज की छात्रा को अवैध गतिविधियों के झूठे आरोपों में कानूनी नोटिस दिए बिना गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, देर शाम दिल्ली के एक मजिस्ट्रेट ने ट्रांजिट रिमांड मंजूर कर ली और फिर शनिवार, 31 मई, 2025 को शर्मिष्ठा को हिरासत में लेकर कोलकाता ले जाने की अनुमति दे दी गई।
अपमानजनक टिप्पणी का वीडियो वायरल
खास बात यह है कि इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के बारे में भड़काऊ और अपमानजनक टिप्पणियों वाला यह वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद शर्मिष्ठा पनोली को मौत और बलात्कार की धमकियों सहित आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर हैशटैग #ArrestSharmishta ट्रेंड करने लगा। ममता सरकार की गैरकानूनी कार्रवाइयों की सोशल मीडिया पर निंदा की जा रही है। फिलहाल, हैशटैग #ReleaseSharmistha एक्स पर ट्रेंड कर रहा है।
शर्मिष्टा पनोली मामले में असल विवाद क्या है?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई के समर्थन में एक वीडियो पोस्ट किया गया था। 14 मई, 2025 को एक्स हैंडल @Sharmishta_19 से यह वीडियो वायरल हुआ, जिसमें इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के बारे में भड़काऊ और अपमानजनक टिप्पणियां थीं। इस वीडियो के कारण शर्मिष्टा पनोली को जान से मारने और बलात्कार की धमकी दी गई।
मुस्लिम समुदाय ने ट्रेंड हो रहे हैशटैग #ArrestSharmishta के जरिए सख्त कार्रवाई की मांग की है। कोलकाता पुलिस ने पुणे की लॉ की छात्रा शर्मिष्टा पनोली को अब डिलीट हो चुके वीडियो में इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी नूपुर शर्मा और यति नरसिंहानंद से जुड़े एक हाई-प्रोफाइल ईशनिंदा मामले के मद्देनजर हुई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वीडियो बिना किसी पूर्व सूचना के बनाया गया था और यह अवैध था।
देखें यह वीडियो –
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