कर्नाटक (Karnataka) का कुछ हिस्सा इस समय तेज बरसात (Rain) और भूस्खलन (Landslide) की चपेट में है। इस दौरान पेड़ भी गिर रहे है। इससे आवागमन प्रभावित (Traffic Affected) हो रहा है। इस बीच शुक्रवार को दक्षिण कन्नड़ जिले (Dakshina Kannada District) में भूस्खलन के कारण मकान ढहने (House Collapse) से दो लोगों की मौत (Death) हो गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने अग्निशमन विभाग, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और अधिकारियों के साथ मिलकर संयुक्त बचाव अभियान चलाया। बचाव अभियान के दौरान दो लोगों को बचा लिया गया।
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भारी बारिश से हुआ हादसा
एनडीआरएफ ने एक्स पोस्ट पर कहा कि एक महिला और एक छोटे लड़के को सफलतापूर्वक बचा लिया गया और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, मलबे से निकाले गए दो अन्य लोगों को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। एनडीआरएफ ने कहा कि क्षेत्र में भारी बारिश के बाद यह हादसा हुआ। इस बीच, राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर सरकार ने आपातकालीन तैयारियों का दायरा बढ़ा दिया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 125 वर्ष में पहली बार राज्य में मई महीने में सबसे अधिक वर्षा हुई गई है। उन्होंने बताया कि 28 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। सिद्धारमैया ने सभी जिलों के उपायुक्तों और जिला पंचायतों के सीईओ के साथ समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर तुरंत मुआवजे का एलान करें। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने लोगों को आश्वासन दिया कि ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं। शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु भी संवेदनशील है। राजधानी के संवेदनशील और बाढ़-ग्रस्त क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है।
रेल परिचालन बाधित
अधिकारियों के अनुसार, बरसात जनित हादसे के बीच शुक्रवार को सेंट्रल और नेत्रावती केबिन के बीच मंगलुरु सेंट्रल-शोरानूर लाइन पर एक बड़ा पेड़ गिर गया। इससे शोरानूर की ओर जाने वाली ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। हालांकि, मंगलुरु जंक्शन की ओर जाने वाली ट्रेनों का परिचालन प्रभावित नहीं हुआ।
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