हेमंत नगराले ने संभाला मुंबई पुलिस आयुक्त का पदभार, कही ये बात…

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नगराले ने मुंबई पुलिस का पदभार ग्रहण कर लिया है।

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महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटा दिया है। उनकी जगह हेमंत नगराले को मुंबई पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। उन्होने अपना नया पदभार संभाल भी लिया है। इसके साथ ही मुंबई पुलिस आयुक्त की रेस में शामिल सीनियर आईपीएस अधिकारी रजनीश शेठ को महाराष्ट्र का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है। साथ ही संजय पांडे को राज्य सुरक्षा बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है। परमबीर सिंह को डीजी होमगार्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

पदभार संभालने के बाद नये सीपी ने कही ये बात
मुंबई पुलिस आयुक्त का पदभार संभालने के बाद नगराले ने मीडियाकर्मियों से बात की। उन्होंने कहा कि हम नागरिकों के सहयोग से अच्छा काम करेंगे। मुंबई पुलिस नाजुक दौर से गुजर रही है। कुछ ऐसे मामले हैं, जिससे मुंबई पुलिस की विश्वसनियता पर प्रश्न चिन्ह लग गए हैं। मुझे विश्वास है कि हम अच्छा काम कर लोगों के बीच मुंबई पुलिस का नाम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी केस जिसकी जांच चल रही है, मैं उसपर टिप्पणी नहीं करूंगा। एनआईए हो, या एटीएस हो या लोकल पुलिस हो, वह अपना काम कर रही है।

भाजपा ने साधा निशाना
मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के तबादले के बाद भाजपा सांसद मनोज कोटक ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सचिन वाझे प्रकरण में राजनीतिक भूमिका स्पष्ट की जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया है कि राजाश्रय के बिना यह संभव नहीं है। कोटक ने कहा कि सरकार की नाक के नीचे पुलिस कमिश्नर ऑफिस में षड्यंत्र रचा गया , बम रखने की साजिश की गई। यह यह दर्शाता है कि सरकार की पुलिस महकमे पर कंट्रोल नहीं है।

नगराले की नियुक्तियां और उपलब्धियां

  • 1989-92 में पहली नियुक्ति नक्सल प्रभावित चंद्रपुर जिले में एएसपी राजुरा के रूप में हुआ था।
  • 1992-94 सोलापुर में डीसीपी। उन्होंने 1992 में सोलापुर शहर में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुए सांप्रदायिक दंगे को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया।
  • 1994-1996 में एसपी के रूप में उन्होंने रत्नागिरी में एनरॉन / दाभोल पावर कॉर्पोरेशन से संबंधित भूमि अधिग्रहण की समस्या को निपुणता से नियंत्रित किया।
  • 1996-1998 एसपी, सीआईडी, (अपराध) के रूप में उन्होंने एमपीएससी पेपर लीक मामले की जांच की, जो महाराष्ट्र के कई हिस्सों में फैला हुआ था और अंजनाबाई गावित-कई बच्चे अपहरण और हत्या के मामले थे। यह मामला शीर्ष अदालत द्वारा मृत्युदंड में समाप्त हो गया।
  • 1998-सितंबर 2002 सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर गए। एसपी बीएसएफसी, सीबीआई- मुंबई और बाद में डीआईजी- सीबीआई, नई दिल्ली के रूप में तैनात थे। उन्होंने कई गंभीर प्रकरणों की जांच में मुख्य भूमिका निभाई। जैसे केतन पारेख घोटाला, माधोपुरा को-ऑप बैंक घोटाला, हर्षद मेहता 2001
  • जून 2007-2008 अतिरिक्त आयुक्त – पूर्व क्षेत्र, मुबई उन्होंने एक बार फिर संवेदनशील क्षेत्रों में सांप्रदायिक अशांति को संभालने के लिए अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
  • जून 2008-अगस्त 2010 तक उनका कार्यकाल एमएसईडीसीएल की जवाबदारी जिससे राजस्व में 25% की वृद्धि हो गई।
  • 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे इस काल में एमएसईडीसीएल में प्रतिनियुक्ति पर थे, वे अपने आवास से बाहर निकले और घायलों को पास के अस्पताल में स्थानांतरित करने में मदद की। संदिग्ध वस्तुओं की तलाश करने पर, उन्होंने आरडीएक्स बैग को देखा और निरीक्षण किया और बम निरोधक दस्ते के साथ उसे सुरक्षित स्थान पर भेज दिया। चार पुलिसकर्मियों के साथ होटल ताज में प्रवेश किया जहां उन्होंने घायलों और मृत व्यक्तियों को निकालने में मदद की।

नगराले के बारे में खास बातें

  • हेमंत नगराले 1987 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं।
  • वे मुंबई पुलिस कमिश्नर नियुक्त किए जाने पहले महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक थे।
  • इससे पहले वे डीजीपी लीगल एंड टेक्निकल के पद पर कार्यरत थे।
  • वह 2106 में नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त रह चुके हैं।
  • अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप और पॉप गायक जस्टिन बीबर के कार्यक्रम के आयोजन में कानून-व्यवस्था को लेकर उनकी काफी प्रशंसा की गई थी।
  • उन्होंने कक्षा 6वीं तक पढ़ाई चंद्रपुर के भद्रवती स्कूल से की। इसके पश्चात की पढ़ाई उन्होंने नागपुर के पटवर्धन स्कूल से की।
  • नगराले ने वीएनआईटी नागपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है।
  •  वे मास्टर ऑफ फाइनैंस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेज्यूएट हैं।
  • उन्हें राष्ट्रपति के पुलिस पदक और विश्व सेवा पद से सम्मानित किया जा चुका है।
  • नगराले जूडो में ब्लैक बेल्ट हैं।

रजनीश शेठ बने महाराष्ट्र के नये पुलिस महानिदेशक
आईपीएस रजनीश शेठ को हेमंत नगराले की जगह महाराष्ट्र का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है। इससे पहले उन्हें मुंबई पुलिस आयुक्त बनाए जाने की चर्चा थी।

कौन हैं रजनीश शेठ?

  • रजनीश शेठ 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
  • उनकी सेवा का ज्यादातर कार्यकाल मुंबई में रहा है।
  • वे पुलिस आयुक्त कार्यालय एचक्यू-1 के उपायुक्त रह चुके हैं।
  • वे मुंबई पुलिस की कानून-व्यवस्था के पुलिस दल में सहायक आयुक्त थे।
  • उन्हें पदोन्नति देकर एंटी करप्शन सेल में पहले अतिरिक्त आयुक्त नियुक्त किया गया था।
  • बाद में शेठ को एंटी करप्शन सेल में पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया।
  • रजनीश शेठ के पिताजी भी आईपीएस अधिकारी थे।
    क्या है पूरा मामला?
    बता दें कि मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के बाहर 25 फरवरी को विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो कार बरामद की गई थी। इस मामले की जांच एनआईए कर रही है। इस मामले में एपीआई सचिन वाझे को गिरफ्तार किया गया है और अगले चंद दिनों में कुछ और अधिकारियों पर भी एनआईए की गाज गिरने की आशंका है। इस बीच सवाल उठाए जा रहे हैं कि स्कॉर्पियो और मनसुख हिरेन मौत मामले में फिलहाल जिन मामलों का खुलासा हुआ है, क्या उनके बारे में  तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को जानकारी थी। बता दें कि इस मामले में महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टी भाजपा ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख के साथ ही परमबीर सिंह को भी हटाने की मांग की थी। दबाव में आई महाविकास आघाड़ी सरकार ने सिंह के तबादले का निर्णय लिया।
  • खास घटनाक्रम
    25 फरवरी: मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिला
    5 मार्च: स्कॉर्पियो के मालिक का शव बरामद,सचिव वाजे पर आरोप।
    6 मार्च: एटीएस को जांच की जिम्मेदारी
    8 मार्च: एनआईए को जांच की जिम्मेदारी
    13 मार्च: सचिव वाजे गिरफ्तार किया
    15 मार्च: सचिन वाजे सस्पेंड
    17 मार्च: मुंबई पुलिस का तबादला

 

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