Golden Dome: ट्रंप ने की 175 बिलियन डॉलर की ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल रक्षा परियोजना की घोषणा

अमेरिका के राष्ट्रपति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को 'गोल्डन डोम' मिसाइल रक्षा परियोजना की घोषणा की। यह एक परिष्कृत नई मिसाइल रक्षा ढाल बनाने की योजना है।

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Golden Dome: अमेरिका (America) के राष्ट्रपति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मंगलवार को ‘गोल्डन डोम’ (Golden Dome) मिसाइल रक्षा परियोजना की घोषणा की। यह एक परिष्कृत नई मिसाइल रक्षा ढाल बनाने की योजना है। यह अंतरिक्ष (Space) से खतरों को रोकने में सक्षम होगी। अनुमान है कि इस पर लगभग 175 बिलियन डॉलर खर्च होंगे। यह परियोजना तीन वर्ष में पूरी होगी।

एबीसी न्यूज के अनुसार, ‘गोल्डन डोम’ परियोजना की पूरी देखरेख स्पेस फोर्स जनरल माइकल गुएटलीन करेंगे। यह परियोजना पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के असफल “स्टार वार्स” कार्यक्रम की याद दिलाती है। व्हाइट हाउस (White House) ने प्रौद्योगिकी में प्रगति का हवाला देते हुए कहा कि रीगन की कुछ दृष्टि अब संभव हो सकी है। ट्रंप ने कहा कि गोल्डन डोम परियोजना उनके कार्यकाल के अंत से पहले शुरू हो जाएगी। ‘गोल्डन डोम’ अंतरिक्ष और दुनिया के किसी भी हिस्से से दागी गई मिसाइलों (New Defence Missile System) को रोकने में सक्षम होगा।

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ट्रंप ने सालभर पहले चुनाव प्रचार के दौरान इजराइल के आयरन डोम (Iron Dome) के समान अमेरिकी मिसाइल रक्षा कवच का विचार देश के सामने रखा था। वह कहते हैं कि ईरान के हमलों के दौरान इजराइल ने लगभग 300 मिसाइलों और ड्रोन को विफल कर दिया था। मिसाइल रक्षा विशेषज्ञ टॉम कराको ने कहा कि वर्तमान अमेरिकी प्रणाली मुख्य रूप से उत्तर कोरिया जैसे दुष्ट राज्यों से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता पर केंद्रित है। ड्रोन, क्रूज मिसाइल और हाइपरसोनिक हथियारों जैसे अन्य खतरों के मामले में अमेरिका को बेहतर सुरक्षा की आवश्यकता है।

मिसाइल रक्षा परियोजना के निदेशक और सामरिक और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र में रक्षा और सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ फेलो कराको ने कहा कि सच्चाई यह है कि हम बहुत कमजोर हैं। ट्रंप के गोल्डन डोम से अमेरिकी सामरिक दृष्टि से बेहद सुरक्षित हो जाएगा।

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रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि राष्ट्रपति हर हाल में मातृभूमि को रक्षा कवच में रखना चाहते हैं। और हम क्रूज मिसाइलों, बैलिस्टिक मिसाइलों, हाइपरसोनिक मिसाइलों और ड्रोन से मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उल्लेखनीय है कि दूसरा कार्यकाल शुरू करते ही 27 जनवरी को ट्रंप ने इस आशय के एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। ट्रंप ने लिखा था कि बैलिस्टिक, हाइपरसोनिक और क्रूज मिसाइलों तथा अन्य उन्नत हवाई हमलों संयुक्त राज्य अमेरिका के सामने सबसे भयावह खतरा बना हुआ है। इसलिए रक्षा विभाग को और मजबूत प्रणाली विकसित करनी होगी। पेंटागन (Pentagon) के मुख्य प्रवक्ता और हेगसेथ के वरिष्ठ सलाहकार सीन पार्नेल ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि रक्षा विभाग इस प्रस्ताव पर काम कर रहा है।

इस समय अमेरिकी वायुसेना 1970 के दशक में निर्मित अपनी 400 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को नई मिसाइलों से बदलने की प्रक्रिया में है। हेगसेथ ने कहा कि अंतरिक्ष में कुछ अमेरिकी तकनीक जैसे कि अंतरिक्ष-आधारित सेंसर और वायु और मिसाइल रक्षा आज भी मौजूद हैं, लेकिन गोल्डन डोम संपूर्ण रक्षा कवच होगा।

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