
FBI : काश पटेल (Kash Patel) ने पुष्टि की कि साक्ष्यों से पता चलता है कि युनकिंग जियान (Yunqing Jian) ने सीसीपी (CCP) के प्रति वफादारी व्यक्त की और इसी तरह के रोगज़नक़ अनुसंधान के लिए चीनी सरकार से धन प्राप्त किया।
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने मंगलवार को पुष्टि की कि अमेरिका (America) में दो चीनी नागरिकों (Chinese Nationals) को देश में एक खतरनाक जैविक रोगज़नक़ (biological pathogen) की कथित तस्करी के लिए गिरफ़्तार किया गया है।
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काश पटेल ने एक्स पर कहा, “नया… मैं पुष्टि कर सकता हूँ कि एफबीआई ने संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर एक चीनी नागरिक को गिरफ़्तार किया है जिसने कथित तौर पर देश में एक खतरनाक जैविक रोगज़नक़ की तस्करी की थी।”
New… I can confirm that the FBI arrested a Chinese national within the United States who allegedly smuggled a dangerous biological pathogen into the country.
The individual, Yunqing Jian, is alleged to have smuggled a dangerous fungus called “Fusarium graminearum,” which is an…
— FBI Director Kash Patel (@FBIDirectorKash) June 3, 2025
फफूंद (Fungus) की प्रकृति और उसके प्रभावों के बारे में बताते हुए, पटेल ने कहा, “युनकिंग जियान नामक व्यक्ति पर आरोप है कि उसने ‘फ्यूसैरियम ग्रैमिनियरम’ नामक एक खतरनाक फफूंद की तस्करी की है, जो एक कृषि-आतंकवाद एजेंट है, मिशिगन विश्वविद्यालय (University of Michigan) में शोध करने के लिए, जहाँ वह काम करती है। यह फफूंद ‘हेड ब्लाइट’ नामक बीमारी का कारण बन सकता है, जो गेहूं, जौ, मक्का और चावल की बीमारी है, जो मनुष्यों और पशुओं दोनों में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा करती है। यह हर साल दुनिया भर में अरबों डॉलर के आर्थिक नुकसान के लिए ज़िम्मेदार है।”
साक्ष्यों से पता चलता है कि जियान को चीनी सरकार से धन प्राप्त हुआ था
एफबीआई निदेशक ने कहा कि साक्ष्यों से पता चलता है कि जियान ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति वफादारी व्यक्त की और चीन में इस रोगज़नक़ पर इसी तरह के शोध के लिए चीनी सरकार से धन प्राप्त किया।
पटेल ने बताया, “जियान के बॉयफ्रेंड, ज़ुनयोंग लियू – जिस पर भी शिकायत में आरोप लगाया गया है – एक चीनी विश्वविद्यालय में काम करता है, जहाँ वह उसी रोगज़नक़ पर शोध करता है। लियू पर आरोप है कि उसने पहले झूठ बोला, फिर स्वीकार किया कि उसने फ्यूज़ेरियम ग्रैमिनेरम को डेट्रोइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट (Detroit Metropolitan Airport) के ज़रिए अमेरिका में भी तस्करी (Smuggling) की थी – ताकि वह भी मिशिगन विश्वविद्यालय में शोध कर सके।”

जियान और लियू दोनों पर साजिश रचने, संयुक्त राज्य अमेरिका में माल की तस्करी करने, झूठे बयान देने और वीजा धोखाधड़ी (Visa Fraud) सहित कई आरोप हैं।
पटेल ने इस मामले को एक सख्त चेतावनी के रूप में वर्णित किया कि सीसीपी अमेरिकी संस्थानों में घुसपैठ करने और खाद्य आपूर्ति को खतरे में डालने के लिए सक्रिय रूप से गुर्गों और शोधकर्ताओं को तैनात कर रही है, जिससे अमेरिकी जीवन और अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान होने का खतरा है।
उन्होंने कहा, “आपकी FBI इसके खिलाफ़ चौकसी करने के लिए अथक प्रयास करती रहेगी। हमारी @FBIDetroit टीम ने @CBP के साथ मिलकर इस मामले में बेहतरीन काम किया है। न्याय होगा।”
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