सिंघु सीमा पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन को लेकर किसानों की ओर से एक युवको को पेश किया गया था और दावा किया गया था कि चार किसान नेताओं को मारने के लिए पुलिस की शह पर हथियारबंद लोगों को भेजा गया है। जिन्हें किसानों ने मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। लेकिन इस दावे की मात्र चौबीस घंटे में ही पोल खुल गई।
इस युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ में जो जानकारी सामने आई वो हैरान करनेवाली है। युवक ने बताया कि कैसे उसे पकड़ा गया, पीटा गया और मीडिया के समक्ष पेश करके झूठ बोलने के लिए दबाव डाला गया।
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ऐसे खुली किसानों के दावे की पोल…
- किसानों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेन्स के बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
- युवक ने किसानों के चंगुल से छूटने के बाद आपबीती सुनाई
- पुलिस के सामने लगाया किसानों पर आरोप
- छेड़खानी करने के आरोप में किसानों ने पकड़ा
- उसके कैंप में ले जाकर की गई पिटाई
- उससे स्वीकार करवाया गया कि वो चार किसान नेताओं को मारने आया है
- इसके अलावा अन्य युवकों को भी पकड़ा गया है
- सभी की पिटाई भी की गई
- योगेश की उम्र 19 वर्ष है, वो सोनीपत का रहनेवाला है
- जान से मारने की धमकी देकर ये सब कहलवाया गया था
- युवक के अनुसार उसके मोबाइल नेताओं की फोटो उन्हीं लोगों ने डाली थी
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पहले क्या कहा था युवक ने…
- युवक का नाम योगेश है
- पहले बताया था कि उसे चार किसान नेताओं को मारने के लिए भेजा गया था
- राई के एक पुलिस अधिकारी के इशारे पर बनीं थी योजना
- दल में 10 लोग शामिल थे
- ये दो दिन से सिंघु सीमा पर मौजूद थे
- दस लोगों में दो युवती हैं
- हथियार आ चुके हैं और 23 से 26 जनवरी के बीच होना था काम
- हथियार माखन भोग के पास मिलना था
- योगेश की भूमिका थी कि दल के पास हथियार है या नहीं जांचना
- लड़कियों की भूमिका लोगों को भड़काने की थी
- जाट आंदोलन में भी किया था ऐसा कार्य
- इस कार्य के लिए युवक को दस हजार रुपए थे मिलने
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