Enforcement Directorate: 3,558 करोड़ का क्लाउड पार्टिकल निवेश घोटाला, मास्टरमाइंड और पत्नी गिरफ्तार! जानिये पूरा प्रकरण

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), जालंधर क्षेत्रीय कार्यालय ने 28 मार्च को 3,558 करोड़ रुपये के क्लाउड पार्टिकल निवेश घोटाले के सिलसिले में व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है।

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Enforcement Directorate: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), जालंधर क्षेत्रीय कार्यालय ने 28 मार्च को 3,558 करोड़ रुपये के क्लाउड पार्टिकल निवेश घोटाले के सिलसिले में व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ सुखविंदर सिंह खरौर और उनकी पत्नी डिंपल खरौर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया।

ईडी के एक प्रवक्ता ने कहा कि ईडी को विशेष खुफिया जानकारी मिली थी कि खरौर और डिंपल खरौर जांच से बचने के लिए भारत से बाहर भागने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि, उनके खिलाफ सक्रिय लुकआउट सर्कुलर के कारण उन्हें आईजीआई एयरपोर्ट, नई दिल्ली पर हिरासत में लिया गया। बाद में दोनों को पीएमएलए की धारा 19 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।

10 दिन की हिरासत में सुखविंदर सिंह
दोनों आरोपियों को जालंधर की विशेष अदालत (पीएमएलए) के समक्ष पेश किया गया, जिसने केंद्रीय जांच एजेंसी को सुखविंदर सिंह की 10 दिन की हिरासत और डिंपल की पांच दिन की हिरासत प्रदान की।

यह है पूरा मामला
ईडी ने गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) पुलिस, उत्तर प्रदेश द्वारा बीएनएस, 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की। पीएमएलए, 2002 की धारा 66(2) के तहत ईडी द्वारा साझा की गई जानकारी के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी।

सुखविंदर सिंह मास्टमाइंड
ईडी की जांच से पता चला है कि व्यूनाउ ग्रुप के सीईओ और संस्थापक सुखविंदर सिंह इस घोटाले के ‘मास्टरमाइंड’ हैं, जिन्होंने अपने करीबी सहयोगियों के साथ मिलकर कई हजार करोड़ रुपये के ‘क्लाउड पार्टिकल घोटाले’ की साजिश रची। इसमें जनता (निवेशकों) के पैसे को आरोपियों ने अपने निजी लाभ के लिए हड़प लिया।

निवेशकों को फंसाया
प्रवक्ता ने कहा कि बिक्री और लीज बैक मॉडल (एसएलबी मॉडल) पर आधारित क्लाउड पार्टिकल का अंडरलाइन व्यवसाय मूल रूप से अस्तित्वहीन पाया गया और निवेशकों को धोखा देने के लिए इसे बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। इसमें कहा गया, “आपराधिक गतिविधियों से उत्पन्न 3,558 करोड़ रुपये (अब तक अनुमानित) की अपराध आय का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के अलावा अन्य कार्यों में किया गया और मेसर्स वीएमएसएल और समूह की कंपनियों द्वारा चैनल भागीदारों को उच्च कमीशन देने, विभिन्न शानदार वाहनों, सोने और हीरे की खरीद, शेल संस्थाओं के माध्यम से सैकड़ों करोड़ रुपये के फंड को रूट करने और संपत्तियों में निवेश करने में डायवर्ट किया गया।”

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डिंपल के व्यक्तिगत बैंक खातों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर
इसमें कहा गया है कि इसके अलावा अपराध की आय के करोड़ों रुपये डिंपल के व्यक्तिगत बैंक खातों और विभिन्न अन्य संस्थाओं में डायवर्ट किए गए। 7 फरवरी को, ईडी ने फर्म की छह अचल संपत्तियों, 73 बैंक खातों और 26 लग्जरी वाहनों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया था, जिनकी कीमत 178.12 करोड़ रुपये थी।

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