जहांगीरपुरी में बुलडोजर रुकवाने के लिए इन नेताओं में दिखी आश्चर्यजनक सक्रियता!

हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान पथराव और गोलीबारी के बाद दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी का माहौल गरमाया हुआ है। इस मामले में अब तक 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कई के तार बांग्लादेश से जुड़ रहे हैं।

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दिल्ली के जहांगीरपुरी में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद 20 अप्रैल को अवैध निर्माण पर बुलडोजर का पहिया थम गया। समाजविरोधी ताकतों के ज्यादातर इन अवैध निर्माणों को बचाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की आश्चर्यजनक सक्रियता दिखी। हालांकि इनकी सक्रियता के बावजूद कई दंगाइयों और अन्य लोगों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर फिरा दिया गया , लेकिन काम पूरा होने से पहले ही इनके प्रयास से कार्रवाई रोक देनी पड़ी।

हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान पथराव और गोलीबारी के बाद दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी का माहौल गरमाया हुआ है। इस मामले में अब तक 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस तरह रुकी तोड़क कार्रवाई
जैसे ही अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश जारी हुआ, सुबह ही अतिक्रमणकारी समान समेटने में लग गए। उनका कहना था कि ये ही उनकी रोजी-रोटी के साधन हैं। इन्हें सुरक्षित रखना जरुरी है। इसके बाद तोड़क कार्रवाई शुरू हुई। इसी बीच सर्वोच्च न्यायालय का स्थगन आदेश आ गया। आदेश आते ही एनडीएमसी के मेयर राजा इकबाल ने तोड़क कार्रवाई रुकवा दी। उनका कहना था कि आदेश भले ही उन तक नहीं पहुंचा है लेकिन वे उसके आदेश का सम्मान करते हैं।

इन नेताओं में दिखी आश्चर्यजनक सक्रियता
सर्वोच्च न्यायालय में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने इस कार्रवाई के खिलाफ याचिका दायर की थी। माकपा नेता वृंदा करात स्वयं आदेश की प्रति लेकर जहांगीरपुरी पहुंचीं। इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के साथ ही दुष्यंत दवे भी अतिक्रमणकारियों की ओर से सर्वोच्च न्यायालय पहुंचे। दुष्यंत दवे ने आंदोलकारी किसानों का भी केस लड़ा था। इनके साथ ही आम आदमी पार्टी नेता प्रशांत भूषण और वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े भी काफी सक्रिय रहे। टुकड़े-टुकड़े गैंग के इन नेताओं की सक्रियता के कारण जहांगीरपुरी में दंगाइयों और अन्य लोगों के अतिक्रमण पर बुलडोजर नहीं चल सका।

आप ने दिया विवादास्पद बयान
इस दौरान आप नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर आग में घी डालने का काम किया। राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा मुख्यालय पर बुलडोजर चलाने के देश भर में दंगे रूक जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर भी बुलडोजर चलाने की बात कही। हद तो तब हो गई, जब उन्होंने रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बसाने का आरोप भी भाजपा पर लगा दिया। बता दें कि जमीयत ने मध्य प्रदेश और गुजरात में भी ऐसे अभियानो के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिकाएं दायर कर रखी हैं।

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