अररिया नगर थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के शामली से तस्करी कर पश्चिम बंगाल ले जाये जा रहे मवेशियों से लदे एक कंटेनर गाड़ी को पकड़ा है।कंटेनर में 24 भैंस को अमानवीय तरीके से लोड कर पश्चिम बंगाल के पांजीपारा ले जाया जा रहा था। जिसे पुलिस ने जीरो माइल के समीप 30 जनवरी को जांच के क्रम में पकड़ा।
मामले में पुलिस ने गाड़ी के चालक और खलासी समेत तीन को हिरासत में लिया है।तीनों उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं।जानकारी नगर थानाध्यक्ष शिव शरण साह ने दी।हिरासत में लिए गए लोगों में चालक उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिला के मुन्ना पांडेय थाना के नियामतपुर के रहने वाले 35 वर्षीय हामीद अली पिता-सबदर अली,28 साल के मुनाजिर अली पिता-खुशदिल अली है।जबकि एक गाड़ी का खलासी उत्तरप्रदेश के शामली जिला के कागला थाना के गंगरू का रहने वाला 28 साल का मो.रहीश पिता-इदरीश है।पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।पकड़े गए लोगों के द्वारा मवेशी लोड से संबंधित कागजात पुलिस को नहीं दिखाया गया है।जिसको लेकर एक बड़े सिंडीकेट के इसमें शामिल होने की आशंका लगाई जा रही है।
बड़े पैमाने पर की जाती है मवेशियों की तस्करी
उल्लेखनीय है कि भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र सहित देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी पैमाने पर मवेशियों की तस्करी होती है।तस्करी होने वाले इन मवेशियों को या तो फारबिसगंज के मांस फैक्ट्री या फिर पश्चिम बंगाल के पंजीपारा में मांस फेक्ट्री में बेच दिया जाता है।जहां इन मवेशियों का वध कर फ्रोजन विधि के द्वारा मांस का पैकेट तैयार कर विदेशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। दूर दराज क्षेत्र से मवेशियों को चुराकर मांस फेक्ट्री में बेचने का भी गोरखधंधा खूब चल रहा है।नगर थाना पुलिस जब्त किए गये मवेशियों को स्थानीय पशुपालकों के मदद से चारा खिलाया है और मामले की तफ्तीश में जुट गई है।