Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाकाें में लगातार खाेले जा रहे सुरक्षा कैंपाें और नक्सलियाें के विरूद्ध जारी प्रभावी कार्रवाई के फलस्वरूप संगठन में सक्रिय एक लाख की इनामी महिला नक्सली सहित छह नक्सलियों ने 12 मई को दंतेवाड़ा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इसमें दो महिला और चार पुरुष नक्सली शामिल हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियाें काे पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई।
नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने की नीति
पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान तथा छग शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत मुख्य धारा से भटके नक्सलियों से संवाद कर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समाज के मुख्यधारा में लाया जा रहा है। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को छग शासन की पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ ही पुर्नवास नीति के तहत मिलने वाली अन्य सुविधाएं जैसे स्किल डेवलपमेंट हेतू प्रशिक्षण, कृषि भूमि इत्यादि मुहैया कराई जाने का आश्वासन दिया है। दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 230 इनामी सहित कुल 973 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में मोताय पदाम (19 वर्ष) निवासी वाकेली थाना बारसूर जिला दंतेवाड़ा (आमदई एलओएस सदस्य ईनामी एक लाख रूपये), उर्मिला कड़ती (21 वर्ष) निवासी बांगापाल देवापारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर (बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य), मोहन उर्फ पोदिया ओयाम (39 वर्ष) निवासी बेचापाल गायतापारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर (बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य ), सुखराम कड़ती (25 वर्ष) निवासी बेचापाल कड़तीपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर (बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य), देवा राम कुड़ामी (34 वर्ष) निवासी रेवाली पटेलपारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा (रेवाली आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य), माना राम उर्फ फुपे मरकाम (32 वर्ष) निवासी बुरगुम नंदापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा (बुरगुम आरपीसी मिलिशिया सदस्य) शामिल हैं।