पश्चिम बंगाल में मवेशी तस्करी मामले की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने 22 अगस्त को बीरभूम जिले में एक और चावल मिल पर छापा मारा, जिसमें गिरफ्तार अणुव्रत मंडल के रिश्तेदारों की हिस्सेदारी है।
इस बीच, कोलकाता में सीबीआई की हिरासत में मौजूद मंडल को दक्षिण कोलकाता के कमांड अस्पताल में नियमित जांच के लिए ले जाया गया है।
बीरभूम जिले के सत्तारूढ़ तृणमूल अध्यक्ष 62 वर्षीय मंडल को पशु तस्करी में चल रही सीबीआई जांच में कथित रूप से असहयोग करने और समन की अनदेखी करने के बाद गत 11 अगस्त को उनके घर से गिरफ्तार किया गया था। आसनसोल कोर्ट के आदेश पर मंडल अब 17 अगस्त तक सीबीआई की हिरासत में है। अदालत ने हर 48 घंटे में मंडल की नियमित चिकित्सा जांच कराने का निर्देश दिया था।
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बीरभूम में सीबीआई की टीमों ने 22 अगस्त को ”शिव शंभू राइस मिल” पर छापा मारा, जिसमें मंडल के भतीजे राजा घोष का हिस्सा है। सीबीआई सूत्रों ने दावा किया है कि इस राइस मिल से कई दस्तावेज बरामद हुए हैं जिसमें राज्य सरकार के खाद्य विभाग की ओर से इस मिल के नाम पर किए गए भुगतान का दस्तावेज भी है।
यह मिल भूवनडांगा सुकांता पल्ली में 10 बीघे से अधिक भूमि के क्षेत्र में स्थित है।
सीबीआई ने पिछले सप्ताह के अंत में भोले बम राइस मिल पर भी छापा मारा था जहां कुछ महंगी कारें खड़ी मिली थीं। सीबीआई ने तलाशी अभियान के दौरान कथित तौर पर मंडल और अन्य फर्जी नाम वाले सात बैंकों में 17 करोड़ से अधिक के धन सहित कई चल और अचल संपत्तियों का खुलासा किया है।
सूत्रों ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले मंडल के पास पिछले आठ वर्षों से संपत्ति कई गुना बढ़ोतरी हुई है।
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