किसान आंदोलन के बीच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो( सीबीआई) ने पंजाब में लगभग 35 और हरियाणा में 10 अनाज गोदामों पर छापा मारा है। छापेमारी की यह कार्रवाई 28 जनवरी की रात से ही की जा रही है। ये छापे मोगा,फाजिल्का और पट्टी सहित अन्य इलाकों में मारे गए हैं।
बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीमों ने पंजाब और हरियाणा के गोदामों पर एक साथ छापेमारी की । इन गोदामों में बड़ी मात्रा में चावल और गेहूं रखे गए हैं। सीबीआई के अधिकारियों ने उनके नमूने लिए हैं। इस छापेमारी के दौरान हंगामा होने के अंदेशे को देखते हुए अद्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
अनाजों के लिए गए नमूने
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन आनाज गोदामो में छापा मारे गए हैं, उनमें से कुछ गोदाम पंजाब खाद्यान्न भंडारण निगम के हैं। इनके आलावा कुछ गोदाम भारतीय खाद्य निगम के भी बताए गए हैं। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इन गोदामों से 2019-20 और 2020-21 में जमा किए गए चावल तथा गेहूं के नमूने लिए हैं।
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यहां की जा रही है छापेमारी
लुधियाना के जगरांव की अनाज मंडी स्थित वेयरहाउस में सीबीआई टीम ने सर्च की है। इसके साथ ही फिरोजपुर के गांव गोखिवाला में सीबीआई ने एफसीआई के गोदाम पर छापा मारा है। मंगाला, पन्नीवाला मोटा, ऐलानाबाद में गोदामों पर भी छापे मारे गए हैं। सिरसा में सीबीआई की पांच से ज्यादा टीमें पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि सीबीआई अधिकारी गोदामों के मैनेजर और सुपरवाइडर से भी पूछताछ कर रहे हैं।
क्या किसान आंदोलन और इस छापेमारी में कोई संबंध है?
बता दें कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले 65 दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं और अभी भी सैकड़ों किसान दिल्ली से सटे बॉर्डर पर जमे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर किसान पंजाब और हरियाणा के हैं। क्या इनके आंदोलन और सीबीआई की छापेमारी में कोई संबंध है,इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।