BSF: पाकिस्तान से रिहा होकर देश लौटे बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साव फिलहाल अपने घर नहीं आ पाएंगे। पत्नी और परिवार के लिए अब भी उनके इंतज़ार की घड़ी खत्म नहीं हुई है। जवान के पठानकोट स्थित सैन्य छावनी में फिर से ड्यूटी पर लौटने की वजह से उनकी गर्भवती पत्नी रजनी साव एक बार फिर उनसे मिलने पठानकोट जाएंगी।
22 दिन पाकिस्तान की हिरासत में थे साव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सीमा पर गश्त के दौरान पूर्णम कुमार साव गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे, जहां उन्हें पकड़ लिया गया था। लगभग 22 दिन बाद 14 मई को उन्हें पाकिस्तान ने भारत को सौंपा। जवान के वापस लौटते ही परिवार में राहत और खुशी का माहौल है। बुधवार को उन्होंने अपनी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात की और भरोसा दिलाया कि वह ठीक हैं।
पठानकोट की सैन्य छावनी में ड्यूटी पर हैं साव
15 मई को पत्रकारों से बात करते हुए रजनी साव ने कहा कि अभी वह घर नहीं आ सकते। वह पठानकोट की सैन्य छावनी में ड्यूटी पर हैं। इस समय किसी भी तरह की आवाजाही की इजाज़त नहीं है। अगस्त में उनके घर आने की संभावना है। उन्हें बीएसएफ की ओर से जानकारी दी जाएगी। शायद वे अगले हफ्ते पठानकोट जाएंगी, अपने पति से मिलने के लिए।
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रजनी पहले भी जा चुकी है पठानकोट
गौरतलब है कि इससे पहले भी रजनी साव अपने पति की जानकारी लेने के लिए पठानकोट गई थीं और बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से मिली थीं। हालांकि तब उन्हें अपने पति से मिलने का मौका नहीं मिला था। लेकिन इस बार, पति के सुरक्षित लौटने के बाद वह सीधे उनसे मिलने जा रही हैं।