आरआरबी-एनटीपीसी के परिणाम में धांधली के विरोध में बिहार के छात्रों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है।आक्रोशित छात्रों पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के आश्वासन का भी कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। रेल मंत्री की ओर से परीक्षा को लेकर कई घोषणाएं और जांच का आश्वासन देने के बावजूद अभ्यार्थियों ने गया में ट्रेन की तीन और बोगियों को आग के हवाले कर दिया। इससे कुछ घंटे पहले भी इसी ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी थी। उस समय पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया था लेकिन दोपहर बाद लगभग चार बजे अचानक फिर से ट्रेन की तीन बोगियों में आग लगा दी।
इससे पहले 26 जनवरी की सुबह से ही लगातार तीसरे दिन भी अभ्यार्थियों का उग्र आंदोलन जारी रहा। इसके साथ ही राज्य के दूसरे स्थानों पर भी छात्र सड़कों पर उतर आए।
इन जिलों में भी उपद्रव जारी
रोहतास, जहानाबाद, समस्तीपुर समेत कई इलाकों में छात्र रेलवे ट्रैक पर उतर कर नारेबाजी करने लगे। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए राज्य में रेल आवागमन प्रभावित हुआ है और कई स्थानों पर ट्रेनें खड़ी हो गईं। जहानाबाद रेलवे स्टेशन के पास 26 जनवरी की सुबह भारी संख्या में छात्रों ने गया-पटना रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन बाधित कर दिया। छात्रों के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आगे प्रेसवार्ता करनी पड़ी।
रेल मंत्री की अपील
रेल मंत्री ने छात्रों को न्याय देने के आश्वासन के साथ ही उनसे भावुक अपील की है। उन्होंने कहा है कि रेलवे आपकी संपत्ति है, इसे नुकसान न पहुंचाएं। लेकिन आंदोलकारी छात्रों पर इसका कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है।
माननीय रेलमंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी की छात्रों से अपील।https://t.co/iB7JleTvaU
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) January 26, 2022
एडीजी ने दी जानकारी
एडीजी निर्मल कुमार आजाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रेल पुलिस-आरपीएएफ के साथ राज्य के जिस जिले में छात्रों का आंदोलन उग्र हैं, वहां जिला पुलिस की टीम मौजूद है। उन्होंने कहा कि गया में जहां छात्र आंदोलन का व्यापक असर देखा गया है, वहां खुद गया के एसएसपी मौजूद हैं। हालात को काबू करने में लगे हैं। रेलवे में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या बन गई है। इस पर काबू पाने के लिए रेलवे के आला अधिकारियों से बात की जा रही है। साथ ही सभी रेल जिला पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि, छात्र कभी भी, कहीं भी रेलवे ट्रैक पर पहुंच जा रहे हैं और हंगामा कर रहे हैं।
रेलवे बोर्ड का बड़ा फैसला
बता दें कि बीते तीन दिन से एनटीपीसी परिणाम को लेकर बिहार में अभ्यर्थियों के व्यापक विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला किया है। रेल मंत्रालय ने एनटीपीसी और लेवल वन परीक्षा पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसके अलावा रेल मंत्रालय ने एक हाई पावर कमेटी का गठन कर दिया है। यह कमेटी परीक्षा में पास और फेल हुए अभ्यर्थियों की शिकायत को सुनेगी और इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंपेगी। इसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा। फिलहाल रेलवे की परीक्षा पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है। देशभर में 1.26 करोड़ छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था।
रेलवे ट्रैक पर फूंका पुतला
पटना-गया रेलवे रूट के जहानाबाद स्टेशन पर 26 जनवरी को पांच घंटे तक छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया। रेलवे ट्रैक पर ही छात्रों ने पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए। छात्रों का कहना है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।