पीएफआई की कमर तोड़ने की तैयारी, ईडी ने की ऐसी कार्रवाई

पीएफआई नेताओं ने केरल के मुन्नार में विदेशी फंड को हड़पने और इस्लामिक स्टेट की चरमपंथी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक व्यवसाय शुरू किया है।

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुख्यात इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई की है। जांचकर्ताओं ने इस्लामिक स्टेट के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएफआई से जुड़े 23 और आरआईएफ (रिहैब इंडिया फाउंडेशन) के 10 खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। इन खातों में 68 लाख 62 हजार 81 रुपए हैं।

 मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज
इससे पहले पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 22 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पीएफआई नेता अब्दुल रज्जाक पेडियाक्कल उर्फ ​​अब्दुल रज्जाक बीपी और अशरफ खादिर उर्फ ​​अशरफ एमके के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दोनों केरल स्थित पीएफआई के पदाधिकारी हैं।

चार्जशीट में क्या हैः
चार्जशीट के अनुसार, पीएफआई नेताओं ने केरल के मुन्नार में विदेशी फंड को हड़पने और इस्लामिक स्टेट की चरमपंथी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक व्यवसाय शुरू किया है। आरोप है कि पीएफआई के दो अधिकारी संगठन के तथाकथित ‘आतंकवादी समूह’ के गठन में शामिल रहे हैं। इसके दोनों आरोपी तथा अन्य पीएफआई नेता और विदेशी संगठनों के सदस्य मुन्नार में मुन्नार विला विस्टा प्रोजेक्ट (एमवीवी) आवास योजना को विकसित कर रहे हैं। इस प्रोजक्ट के जरिए ये विदेशों से फंड इकट्ठा कर उसका इस्तेमाल पीएफआई संगठन को बढ़ाने और देश में दहशत फैलाने के लिए करते हैं। इस तरह का दावा किया जाता है। दावा है कि इससे उनके लिए ब्लैक मनी को ह्वाइट करना आसान हो जाता है।

ऐसे करते है पैसों का लेन-देन
इस वर्ष मार्च में, मलप्पुरम में पीएफआई की पेरुमापडप्पु इकाई के मंडल अध्यक्ष रज्जाक को कोझीकोड हवाई अड्डे से देश से भागने की कोशिश करते समय पकड़ा गया था। अशरफ एमके को पिछले महीने दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने दावा किया कि रज्जाक ने यूएई से करीब 34 लाख रुपये रिहैब इंडिया फाउंडेशन को ट्रांसफर किए थे, जो एक प्रमुख पीएफआई संगठन है। उस पर पीएफआई की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता एमके फैजी को 2 लाख रुपये ट्रांसफर करने का भी आरोप है। सीआईए के अनुसार, पीएफआई के दोनों सदस्य अनशद बदरुद्दीन (अगस्त 2018 से जनवरी 2021 तक) को 3.5 लाख रुपये के भुगतान मामले में भी शामिल रहे हैं। बदरुद्दीन को यूपी एटीएस ने 2021 में पीएफआई सदस्य फिरोज खान के साथ गिरफ्तार किया था। उसके पास से विस्फोटक, 32 बोर की एक पिस्तौल और सात जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे।

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