झारखंड की बेटियों पर लगी बांग्लादेशी जिहादी संगठनों की नजर?

धर्मांतरण का बड़ा खेल है लव जिहाद, जिसके लिए इस्लामी जिहादी संगठन मुसलमान पुरुषों को ट्रेनिंग और प्रेरणा दे रहे हैं।

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अंकिता सिंह की जघन्य हत्या के दस दिन बाद एक और नाबालिग को मुसलमान व्यक्ति ने मारकर पेड़ से लटका दिया। दुमका में हो रही इन घटनाओं के पीछे बांग्लादेश के प्रतिबंधित जिहादी संगठनों का हाथ सामने आया है। जिस पर अब सरकार और प्रशासन को चेतना आवश्यक है।

दुमका में 15 वर्षीय अंकिता सिंह पर शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। इस घटना में आरोपी शाहरुख की सहायता करनेवाले उसके दोस्त नईम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि, नईम बांग्लादेश के प्रतिबंधित इस्लामी जिहादी संगठन अंसार उल बांग्ला से संलग्न है। इस घटना के दस दिन बाद ही दूसरी घटना दिग्घी थाना क्षेत्र के श्रीअमड़ा में घटी है, जहां एक नाबालिग आदिवासी समुदाय की बच्ची से अरमान अंसारी नामक व्यक्ति ने दुष्कर्म करके उसकी हत्या की और मारकर पेड़ से लटका दिया। इन घटनाओं के पीछे सुनियोजित षड्यंत्र का साक्ष्य मिलने लगा है। जिसका भंडाफोड़ मीडिया हाउस ने किया है।

प्यार, शादी और धर्मांतरण
अंकिता सिंह की हत्या में नईम ने सहयोगी की भूमिका निभाई थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह अंसार उल बांग्ला की गितिविधियों को नियमित देखता था। पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। नईम दुमका के जरुवाडीह मोहल्ला में रहता है। नईम जिहादी संगठन की गतिविधियों से बहुत प्रभावित है। जांच एजेंसियों के अनुसार अंसार उल बांग्ला जैसी इस्लामी जिहादी संगठनों का मुख्य उद्देश्य मुसलमान लड़कों को प्रेरित करके दूसरे धर्मों की लड़कियों को किसी भी तरह फांसना और विवाह करके उनका इस्लाम में धर्मांतरण करवाना है।

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सावधान! बेटियों से अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र
मध्य प्रदेश के एक प्रतिष्ठित समाचार माध्यम ने अंकिता सिंह की हत्या के बाद एक इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट चलाई थी। जिसमें पाया गया था कि, झारखंड के दुमका में कई क्षेत्र इस्लामी जेहादियों से प्रभावित हैं, जहां लंबे काल से बांग्लादेशी इस्लामी संगठनों का षड्यंत्र चल रहा है। जिसमें मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को प्रेम में फांसकर उनसे धर्मांतरण का षड्यंत्र कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में पाकुडा, गोड्डा, दंगलपाडा, सानीदंगल, जरुवाडीह और बंदरजोड़ी से जैसे क्षेत्रों का समावेश है। इससे सावधान रहने की आवश्यकता है।

इस्लामी जिहादी संगठनों का बढ़ता प्रभाव
मीडिया हाउस की रिपोर्ट में सामने आया कि, दुमका में जमात उद मुजाहिद्दीन बांग्लादेश, पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया और अंसार उल बांग्ला जैसे जिहादी संगठन हिंदुओं के विरुद्ध सुनियोजित षड्यंत्र रचते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार झारखंड प्रशासन ने भी इसका संज्ञान लिया है, दुमका में एक संगठित गिरोह है जो नाबालिग लड़कियों को फंसाने के लिए काम कर रहा है।

झारखंड प्रशासन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुमका में बांग्लादेशी घुसपैठियों की उपस्थिति पाई गई है। यह लोग शाइबगंज और पाकुड़ जैसे क्षेत्रों में रहते हैं और उनके पास फर्जी मतदाता पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस भी है।

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