केरल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के एक न्यायालय ने पाला बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट के खिलाफ नारकोटिक जिहाद के आरोप में पुलिस को केस दर्ज करने का निर्देश दिया है। प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट के न्यायालय ने पुलिस को कैथोलिक बिशप के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। इसमें विभिन्न समुदायों के बीच धर्म,जाति या भाषा के आधार पर नफरत फैलाने की धारा 155-ए के अलावा अन्य धाराएं शामिल हैं। न्यायालय ने यह निर्देश इमाम काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया है। उसके बाद कुराविलांगड पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
बिशप के प्रवक्ता ने इस तरह की कार्रवाई के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि नोटिस मिलने पर उसका कानूनी रुप से जवाब दिया जाएगा। बिशप के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने का केरल छात्र संघ समेत कई मुस्लिम संगठनों ने स्वागत किया है।
यह है मामला
केरल के सायरो मालाबार चर्च से संबंधित पाला बिशप मार जोसेफ कल्लारंगटने कहा था कि लव जिहाद और नारकोटिक जिहाद के तहत गैर मुस्लिम और विशेषकर ईसाई धर्म की लड़कियों को प्रेम के जाल में फंसाया जा रहा है तथा उनका धर्मांतरण कर शोषण किया जा रहा है। उन्हें आतंकवाद के दलदल में धकेला जा रहा है और उनका इस्तेमाल विध्वसंक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। वे कोट्टायम जिले में कुरुविलंगड में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। बिशप ने कहा था कि जिहादी जानते हैं कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हथियार के बल पर अन्य धर्म के लोगों को बर्बाद नहीं किया जा सकता, इसलिए वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
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लड़कियों को अफगानिस्तान के आतंकवादी शिविरों में भेजने का आरोप
बिशप ने पूर्व पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा के दिए गए बयानों का हवाला देते हुए कहा था कि केरल आतंकवादियों के भर्ती का केंद्र बन चुका है और इस प्रदेश में जिहादी गुप्त रुप से इसके लिए अभियान चला रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य की ईसाई और हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया गया तथा उन्हें अफगान के आतंकवादी शिविरों में भेज दिया गया। उन्होंने इसे गंभीर मामला बताते हुए इसकी जांच की मांग करते हुए कहा था कि जो लोग यह कह रहे हैं कि राज्य में लव जिहाद और नारकोटिक जिहाद नहीं है, वे सच से आंखें चुरा रहे हैं। उन्होंने इस मामले में कुछ पत्रकारों के भी शामिल होने का आरोप लगया था।