गौ तस्करी मामलाः अंगरक्षक की गिरफ्तारी के बाद अणुव्रत की मुश्किलें बढ़ीं!

पिछले सप्ताह सीबीआई ने मुर्शिदाबाद के डोमकल स्थित उसके घर पर भी तलाशी अभियान चलाया था।

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पश्चिम बंगाल के सीमाई क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर मवेशियों की तस्करी के मामले में मैराथन पूछताछ के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बीरभूम जिले के तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल के अंगरक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। उसका नाम सहगल हुसैन है। 9 जून देर शाम पांच घंटे तक पूछताछ के बाद उसे सीबीआई ने गिरफ्तार किया।

गौ तस्करी से हासिल हुए बेहिसाब रुपये
आरोप है कि गौ तस्करी से हासिल हुए बेहिसाब रुपये की वजह से सहगल की संपत्ति आय से अधिक है और इसी बावत उसके बयानों में विसंगतियां होने की वजह से उसे गिरफ्तार किया गया है। 9 जून दोपहर अधिवक्ता संजीव दां को साथ लेकर सहगल निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के दफ्तर में गया था। सीबीआई सूत्रों ने 10 जून को बताया है कि अधिवक्ता की मौजूदगी में उससे पूछताछ हुई है और आय से अधिक संपत्ति के बारे में कोई पुख्ता दस्तावेज वह नहीं दिखा पाया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। अब खबर है कि अणुव्रत मंडल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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आसनसोल के विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश
सूत्रों अनुसार 10 जून को उसे आसनसोल के विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसके नाम पर कई अकाउंट हैं। इस सप्ताह 7 जून को भी उससे पूछताछ हुई थी। उसके पहले उससे पांच बार पूछताछ हो चुकी थी। पिछले सप्ताह सीबीआई ने मुर्शिदाबाद के डोमकल स्थित उसके घर पर भी तलाशी अभियान चलाया था। करीब 15 घंटे तक छापेमारी हुई थी।

अणुव्रत मंडल की भी हो सकती है गिरफ्तारी
सीबीआई सूत्रों अनुसार सहगल केवल एक जरिया था और असली बाजीगर अणुव्रत मंडल ही हैं। बीरभूम जिले में मंडल की सहमति के बगैर उसका अंगरक्षक मवेशियों की तस्करी में मदद नहीं सकता था। इसलिए अब अणुव्रत मंडल के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी। हिरासत में ही उसके बॉडीगार्ड से लगातार पूछताछ होगी और उसके बयान के आधार पर अणुव्रत मंडल की भी गिरफ्तारी हो सकती है।

मवेशी तस्करी मामला
मवेशी तस्करी मामले में अणुव्रत मंडल से भी दो बार पूछताछ हो चुकी है। बीएसएफ के पूर्व अधिकारी सतीश कुमार, इनामुल हक इस मामले में सीबीआई की गिरफ्त में हैं और उनसे भी पूछताछ हो चुकी है। आरोप लगे हैं कि तस्करी का सारा कारोबार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी तृणमूल युवा के महासचिव विनय मिश्रा की देखरेख में होता था। वह फिलहाल फरार है और प्रशांत महासागर के द्वीप वानअतु पर रह रहा है। इसी मामले में अभिषेक से भी केंद्रीय एजेंसी पूछताछ कर चुकी है।

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