भारत के सबसे बड़े औद्योगिक समूहों में से एक, अडानी समूह ने हाल ही में ग्रांट थॉर्नटन को अपनी कंपनियों के स्वतंत्र ऑडिट के लिए नियुक्त किया है। ऐसा माना जा रहा है कि यह कदम हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म की रिपोर्ट से अडानी समूह की कंपनियों को लेकर उठी भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए उठाया गया है।
ग्रांट थॉर्नटन एक अंतरराष्ट्रीय लेखा और परामर्शदाता कंपनी है जो 100 से अधिक वर्षों से लेखा परीक्षा सेवाएं प्रदान करती रही है। अडानी समूह ऊर्जा, संसाधन विकास, बंदरगाह, विमान तलों का रखरखाव समेत विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करनेवाला देश में अग्रणी समूह है। 27 जनवरी को अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदानी समूह को लेकर एक रिपोर्ट सार्वजनिक की थी। इसमें कंपनी ने अडानी समूह पर वित्तीय गड़बड़ी, अवैधानिक रूप से शेयरों के दाम बढ़ाने का आरोप लगाया गया है। इसके साथ ही कंपनी से सवाल भी किये गए हैं। इसके बाद अडानी समूह के शेयर धड़ाम से गिर गए। इस परिस्थिति से उबरने के लिए अडानी समूह ने अब अपनी कंपनियों का स्वतंत्र ऑडिट करने के लिए अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन को नियुक्त किया है। यह ऑडिट, अडानी समूह की व्यावसायिक पारदर्शिता और सफल कॉर्पोरेट संचालन को प्रस्तुत करने में सहायता करेगा। यह हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का उत्तर भी होगा। ऑडिट फर्म, अदानी समूह की कंपनियों के संचालन के सभी पहलुओं का ऑडिट करेगा। जिसमें इकाई की स्थापना, वित्त के स्रोत, आयात-निर्यात, श्रम नियम, वित्तीय रिपोर्टिंग आदि शामिल है।
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ग्रांट थॉर्नटन की नियुक्ति
अडानी समूह ने अपने खिलाफ किए गए दावों को खारिज करने और सफाई देने के प्रयास में अपनी कुछ कंपनियों के स्वतंत्र ऑडिट के लिए ग्रांट थॉर्नटन को नियुक्त किया है। अकाउंटेंसी फर्म यह सुनिश्चित करने के लिए कंपनी के संचालन और वित्त की जांच करेगी कि अदानी समूह के खिलाफ किये गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। ग्रांट थॉर्नटन एक विश्वसनीय और अनुभवी फर्म है जिसके पास ऑडिट करने का दशकों का अनुभव है।