‘वो’ अर्जुन मैं नहीं हूं!

अर्जुन रामपाल ने दावा किया है कि एनसीबी जिस अर्जुन को समझकर मामले की जांच कर रही है, वो मैं नहीं हूं। उन्होंने दावा किया है कि जिन दवाओं की बात एनसीबी कर रही है, उनमें से एक उनके कुत्ते की थी, जिसे जानवरों के डॉक्टर ने लिखा था, और दूसरी उनकी बहन के लिए थी, जिसे दिल्ली के मनोचिकित्सक ने लिखा था।

157

ड्रग्स मामले में बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन रामपाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस बीच अभिनेता ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को मिली दवा को लेकर दावा किया है कि ब्यूरो द्वारा प्राप्त दवा में से एक कुत्ते के लिए थी, जबकि दूसरी उनकी बहन के लिए थी। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि वाट्सएप चैट में जिस अर्जुन का जिक्र है, वो मैं नहीं हूं। उनके इस दावे के बाद बॉलीवुड ड्रग्स मामले में नये एंगल का खुलासा हुआ है। एनसीबी ने अर्जुन रामपाल के इस दावे की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि इस बारे में ब्यूरो का पक्ष सामने नहीं आया है।

गर्ल फ्रेंड के भाई की गिरफ्तारी के बाद बढ़ी परेशानी
बता दें कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई विभाग के निदेशक समीर वानखेडे के मार्गदर्शन में उनके दस्ते ने ड्रग मामले में एक नाइजीरियन को गिरफ्तार किया था। उससे मिली जानकारी के बाद  ब्यूरो ने अर्जुन रामपाल की गर्ल फ्रेंड गैब्रिएला के भाई अजित लाओस डिमिट्रिडेस को लोनावाला से नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया था। बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था। उससे मिली जानकारी के आधार पर एनसीबी ने 9 नवंबर 2020 को अभिनेता अर्जुन रामपाल के खार स्थित घर पर छापेमारी की थी। इस छापे में कोई भी नशीला पदार्थ बरामद नहीं किया गया था। मात्र अलट्रासेट और क्लोनाजापाम की गोलियां बरामद की गई थीं। इन दवाओं के डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन नहीं होने के कारण ब्यूरो ने अर्जुन रामपाल के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।

ये भी पढ़ेंः ऐप पर लोन,डेंजर जोन!

एनसीबी ने की थी पूछताछ
इस मामले में अर्जुन रामपाल को एनसीबी ने 13 दिसंबर को समन जारी किया था। इसके बाद 21 दिसंबर को अर्जुन रामपाल एनसीबी कार्यालय में हाजिर हुए थे। एनसीबी ने छह घंटे पूछताछ के दौरान उनके पास से दिल्ली के डॉ. रोहित गर्ग का लिखा प्रिस्क्रिप्शन बरामद किया था। इस दौरान एनसीबी ने अर्जुन रामपाल के खिलाफ कई सबूत मिलने का भी दावा किया था। उस आधार पर अर्जुन रामपाल को गिरफ्तार किए जाने की बात कही जा रही है।

‘वो अर्जुन मैं नहीं हूं’
इस बीच अर्जुन रामपाल ने दावा किया है कि एनसीबी जिस अर्जुन को समझकर मामले की जांच कर रही है, वो मैं नहीं हूं। उन्होंने दावा किया है कि जिन दवाओं की बात एनसीबी कर रही है, उनमें से एक उनके कुत्ते की थी, जिसे जानवरों के डॉक्टर ने लिखा था, और दूसरी उनकी बहन के लिए थी, जिसे दिल्ली के मनोचिकित्सक ने लिखा था।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.