उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार ताजपोशी हो गई है। इस बीच राज्य के मदरसा शिक्षा परिषद ने बड़ा निर्णय लिया है। परिषद ने मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य कर दिया है। यह निर्णय अनुदानित और गैर अनुदानित सभी मदरसों में लागू किया गया है।
प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के इस फरमान के बाद सभी मदरसों में कक्षाएं शुरू होने से पहले शिक्षकों और छात्रों को राष्ट्रगान गाना होगा।
योगी राज 2.0 का प्रभाव
मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य किए जाने को प्रदेश में योगी राज 2.0 के प्रभाव के रूप में देखा जा रहा है। अब तक अपनी मनमानी और धर्मांतरण तथा कथित रूप से बच्चियों के यौन शोषण के कारण बदनाम प्रदेश के मदरसों में इस तरह के नियम लागू करना आसान नहीं है। हालांकि अभी तक किसी ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन की कोई बात नहीं कही है।
परीक्षाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय
परिषद ने 24 मार्च को अपनी बैठक में मुंशी-मौलवी, आलिम, कामिल और फाजिल की परीक्षाएं 14 से 27 मई के मध्य लेने की घोषणा की है। 20 मई के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों और उप्र बोर्ड की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के कारण बोर्ड की परीक्षाएं मदरसों में आयोजित की जाएंगी। 24 मार्च को मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी।उस बैठक में ये निर्णय लिए गए।