मुंबई लोकल फिर होगी बंद? राजेश टोपे का बड़ा बयान

देश में घोषित तौर पर कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप शुरू हो गया है। इसके मद्देनजर देश के कई राज्यों में प्रतिबंध भी लौट आए हैं। महाराष्ट्र देश के सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल है।

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कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण देश के कई राज्यों में प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया गया है। इस स्थिति में महाराष्ट्र सरकार भी कई तरह की पाबंदियां लागू कर रही है। इस पृष्ठभूमि में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई।

इस बीच यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या लाइफ लाइन कही जाने वाली मुंबई लोकल भी फिर से बंद कर दी जाएगी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मीडिया से बात करते हुए इस बारे में जानकारी दी है।

क्या फिर बंद होगी लोकल?
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक मे मुंबई लोकल को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास वर्तमान में इस तरह की कोई योजना नहीं है। उन्होंने यहां तक कहा कि फिलहाल प्रदेश में लॉकडाउन लागू करने का भी सरकार का कोई इरादा नहीं है। लेकिन सप्ताहांत लॉकडाउन के बारे में विचार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री और पवार के बीच रोज होती है चर्चा
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के बीच चर्चा होती है। प्रतिदिन सुबह 7 बजे फोन पर उनकी प्रदेश की समस्याओं पर  विस्तृत चर्चा होती है। इससे सीएम को निर्णय लेने में भी मदद मिलती है। टोपे ने कहा कि मुख्यमंत्री और शरद पवार चर्चा कर कोरोना के कारण पैदा हुई स्थिति को लेकर सही फैसला लेंगे और हम उसे लागू करेंगे। राजेश टोपे ने बताया कि इस बात पर आम सहमति है  कि टीकाकरण की गति और बढ़ाई जाए।

शादी और सार्वजनिक कार्यक्रमों में रखें ध्यानः टोपे
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों और शादियों के संबंध में नियमों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। टोपे ने कहा कि कोरोना में मरीजों की संख्या को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसकी जानकारी शरद पवार ने दी थी। टोपे ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान उन्होंने बहुत कुछ सीखा है, जिसके आधार पर वे सही निर्णय ले सकते हैं। टोपे ने कहा कि सरकार सप्ताहांत लॉकडाउन के बारे में विचार कर रही है।

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यात्री बढ़े
दिसंबर 2021 में मध्य रेलवे उपनगरीय मार्ग पर औसतन 25 लाख 58 हजार 158 यात्री प्रतिदिन यात्रा कर रहे थे। नवंबर में यही संख्या औसतन 23 लाख 20 हजार थी। वर्तमान में यह 1 जनवरी 2022 को 22 लाख 38 हजार थी, लेकिन 31 दिसंबर को 41 लाख 45 हजार थी। पश्चिम रेलवे के अनुसार, दैनिक यात्रियों की संख्या नवंबर 2021 में 19 लाख 10 हजार से बढ़कर दिसंबर 2021 में 20 लाख 21 हजार 615 हो गई है। फिलहाल जनवरी में 21 लाख 73 हजार यात्री सफर कर रहे हैं।

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