बाहु किला (Bahu Fort) जम्मू शहर (Jammu City) का एक प्राचीन और ऐतिहासिक किला (Ancient and Historical Fort) है, जो तवी नदी (Tawi River) के किनारे एक ऊँची पहाड़ी पर स्थित है। यह किला न केवल अपनी वास्तुकला और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां स्थित काली माता के मंदिर के कारण भी श्रद्धालुओं के बीच अत्यंत पूजनीय है।
बता दें कि जम्मू आने वाले लगभग सभी पर्यटक इस स्थान को जरूर देखते हैं। धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन-तीनों दृष्टिकोणों से बाहु किला बहुत महत्वपूर्ण स्थल है। किले के पास ही एक सुंदर मुगल शैली का बाग है, जिसे Bagh-e-Bahu कहा जाता है। यहां फव्वारा शो, फूलों की घाटियां और बच्चों के लिए खेल के मैदान हैं। उत्तर भारत का सबसे बड़ा एक्वेरियम, जम्मू एक्वेरियम भी यहीं स्थित है।
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बावली वाली माँ (महाकाली मंदिर)
– किले के अंदर महाकाली देवी का एक प्रसिद्ध मंदिर स्थित है, जिसे स्थानीय लोग “बावली वाली माँ” कहते हैं।
– यह जम्मू का सबसे पुराना मंदिर माना जाता है।
– हर मंगलवार और रविवार को यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
बाहु किले का इतिहास
इस किले का निर्माण लगभग 3,000 साल पहले राजा बहुलोचन ने करवाया था, जो राजा जम्मू लोचन के भाई थे। वर्तमान स्वरूप में इस किले का पुनर्निर्माण 19वीं सदी में डोगरा शासकों, विशेषकर महाराजा गुलाब सिंह, द्वारा किया गया।
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