कोरोना की दूसरी लहर काफी कमजोर हो गई है, लेकिन तीसरी लहर आने की चिंता बरकार है। इस बारे में विशेषज्ञ बार-बार चेतावनी दे रहे हैं। केंद्र सरकार भी इस चेतावनी को गंभीरता से ले रही है और आने वाले खतरे से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसी क्रम में अब बच्चों के टीकाकरण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इसी महीने से उनके लिए टीका आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
केंद्र सरकार ने 4 जून को जल्द से जल्द बच्चों के टीकाकरण शुरू करने की दिशा में कदम बढाने के संकेत दिए हैं। इसके बाद कहा जा रहा है कि बच्चों के लिए देश में इसी महीने से टीका उपलब्ध हो सकते हैं। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे भी बड़ी संख्या में संक्रमण के शिकार हुए हैं।
सरकार ने दिए संकेत
सरकार ने कहा है कि जायडस कैडिला के टीके को बच्चों के टीकाकरण के लिए जल्द मंजूरी मिल सकती है। इससे पहले इसका परीक्षण 12-18 साल के आयु वर्ग के बच्चों पर शुरू किया गया है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि बच्चों पर वैक्सीन का परीक्षण शुरू हो गया है और इसे पूरा होने में अधिक समय नहीं लगेगा, क्योंकि परीक्षण प्रतिरोधक क्षमता के होते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो हफ्ते में कंपनी लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकती है। उसकी मंजूरी देते समय इसे बच्चों को देने पर भी निर्णय लिया जा सकता है।
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तीन खुराक का टीका
बता दें कि कैडिला की वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल पूरे हो चुके हैं। इसके परीक्षण में 800-1000 बच्चे भी शामिल हुए थे। इनकी उम्र 12-18 वर्ष के बीच थी। इसलिए इस टीके को बच्चों के लिए मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है। हालांकि अंतिम निर्णय विशेषज्ञ समूह परीक्षण के आंकड़ों के आधार पर करता है। बता दें कि कैडिला तीन डोज वाला टीका है। यह त्वचा में दिया जाने वाला इंट्राडर्मल टीका है। इसे इंजेक्शन के जरिए नहीं दिया जाता, बल्कि एक अलग तरह के डिवाइस से चमड़ी में डाला जाता है। इसे बच्चों पर काफी असरदार माना जा रहा है।