इसलिए इन जिलों में टीकाकरण की धीमी रही रफ्तार!

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में महाराष्ट्र के 40 जिलों में टीकाकरण की रफ्तार धीमी रहने के कारण सामने आए हैं। बैठक में शामिल अधिकारियों के अनुसार, सितंबर और अक्टूबर में भारी बारिश और अपर्याप्त टीका खुराक प्रदेश के कुछ जिलों में कम कोविड -19 टीकाकरण के कारणों में से प्रमुख रहे।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद, नंदुरबार और बुलढाणा के जिला कलेक्टर पीएम की समीक्षा बैठक में उपस्थित थे। इस बैठक में विभिन्न राज्यों के 40 से अधिक जिलों के अधिकारी शामिल थे। इस दौरान कम टीकाकरण होने वाले जिलों के अधिकारियों को 2021 के अंत तक वैक्सीनेशन को व्यापक बनाने के लिए प्रधान मंत्री ने प्रोत्साहित किया।

  • महाराष्ट्र की स्थिति
    महाराष्ट्र में 2 नवंबर तक कुल 9.8 करोड़ वैक्सीन खुराकें दी गई हैं, जिनमें 45 वर्ष से अधिक आयु के 1.61 करोड़ लाभार्थियों को दोनों खुराक की गई है, जबकि 18-44 वर्ष आयु वर्ग के 1.21 करोड़ लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है।
  • औरंगाबाद में 25 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गई है, जबकि नंदुरबार में 10 लाख से अधिक खुराक दी गई है। बुलढाणा में 16 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है, जबकि अकोला ने 11 लाख से ज्यादा डोज दी गई है।
  • औरंगाबाद मंडल के आयुक्त सुनील केंद्रेकर ने बताया, “औरंगाबाद मंडल में 1.56 करोड़ टीकाकरण पूरा करने का लक्ष्य है। अब तक 90 लाख से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।” उन्होंने कहा कि सितंबर के बाद भारी बारिश हुई, जिससे सड़कों को नुकसान पहुंचा और प्रशासनिक तंत्र इस प्राकृतिक आपदा से लड़ने में लग गया।
  • केंद्रेकर ने कहा कि टीकाकरण अभियान को तेज कर दिया गया है और औरंगाबाद मंडल में प्रति दिन 1 से 1.25 लाख खुराक दी जा रही है, जिसमें औरंगाबाद, बीड, जालना और लातूर जिले शामिल हैं।
  • वीडियो कॉन्फ्रेंस में मौजूद औरंगाबाद के जिला कलेक्टर सुनील चव्हाण ने कहा कि शुरू में कुछ हिचकिचाहट थी। जिले में कम टीकाकरण पर प्रधानमंत्री मोदी के सवाल का जवाब देते हुए चव्हाण ने कहा, ” हमने इसके लिए जागरुकता अभियान शुरू किया है और आने वाले दिनों में टीकाकरण की रफ्तार तेज होने की उम्मीद है।
  • बता दें कि कुछ जिलों ने टीके की खुराक प्राप्त करने का प्रारंभिक अवसर खो दिया क्योंकि इसका बड़ा हिस्सा मुंबई और पुणे को भेजा गया था। इसका कारण यह था कि उस समय मुंबई और पुणे में संक्रमण काफी अधिक था, जबकि एक समय में नंदुरबार में एक भी संक्रमण नहीं था।
  • नंदुरबार में अब तक कोविड -19 के 40,007 मामले आए हैं, जबकि 948 मौतें हुई हैं। यहां अब तक 7.5 लाख लोगों को पहली टीका खुराक मिल चुकी है, जबकि तीन लाख लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी है।

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